Coronavirus News Update : प्रयागराज में संक्रमित एक बुजुर्ग महिला की मौत, अब तक 14 मरीजों की हो चुकी है मौत
बुजुर्ग महिला की तबीयत बिगड़ने लगी तो उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। देर रात उसकी मौत हो गई। महिला को गुर्दे की बीमारी पहले से ही थी। ।
प्रयागराज,जेएनएन। एसआरएन कोविड अस्पताल में भर्ती 62 साल की वृद्धा की सोमवार देर को मौत हो गई। दरियाबाद की रहने वाली इस वृद्धा की रिपोर्ट तीन जुलाई को पाजिटिव आई थी। उसे एसआरएन अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसे गुर्दे की बीमारी पहले से ही थी। सोमवार को जब उसकी तबियत बिगड़ने लगी तो उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। देर रात उसकी मौत हो गई। एसआरएन अस्पताल के नोडल अधिकारी डॉ सुजीत वर्मा ने बताया कि उसकी हालत रात में अधिक खराब हो गई थी। जिले में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित 414 मरीज मिल चुके हैं। जबकि अब तक 14 संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। वर्तमान में 137 सक्रिय मामले हैं। 264 मरीज अब तक स्वस्थ हो चुके हैं।
यहां करा सकते हैं कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच
कोविड 19 के नोडल डॉ. ऋषि सहाय ने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को लगता है कि वह कोरोना संक्रमित है तो एंटीजन किट से जांच करा सकता है। बेली अस्पताल, इलाहाबाद डिग्री कॉलेज कीडगंज व बेनीगंज शाखा, मजीदिया इस्लामियां इंटर कॉलेज, नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दारागंज प्रथम व अबूबकरपुर भोला का पुरवा में प्रतिदिन जांच की व्यवस्था उपलब्ध है। यहां जाकर कोई भी संभावित मरीज अपनी कोविड जांच करा सकता है। सोमवार को 339 संदिग्ध मरीजों की जांच एंटीजन किट से कराई गई। इसमें छह पाजिटिव मिले थे। 333 की रिपोर्ट निगेटिव आई इसलिए उनकी आरटीपीसीआर जांच कराई गई है। एंटीजन किट से टीबी सप्रू अस्पताल, कौडि़हार, मऊआइमा, कालिंदीपुरम, एडीसी कीडगंज समेत अन्य इलाकों में जांच की गई।
कोरोना मरीजों के लिए आज से चालू होगा बेली अस्पताल
कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या देखते हुए तेजबहादुर सप्रू अस्पताल (बेली) मंगलवार से चालू हो रहा है। डॉक्टर समेत समस्त स्टाफ की ड्यूटी लगा दी गई है। अभी कोरोना मरीजों के लिए 30 बेड ही उपलब्ध होंगे, मरीज बढ़े तो संख्या दोगुनी कर दी जाएगी। बेली को लेवल-टू को कोविड अस्पताल बनाया गया जहां ऐसे मरीज भर्ती किए जाएंगे जिनमें कोरोना के लक्षण होंगे। करीब तीन माह पहले ही अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया था। अभी तक कोरोना मरीजों को लेवल वन कोटवा बनी कोविड अस्पताल व लेवल थ्री एसआरएन कोविड अस्पताल में ही भर्ती किया जा रहा था। इन अस्पतालों में मरीज बढऩे के कारण निर्णय लिया गया कि बेली अस्पताल में भी संक्रमित मरीजों को भर्ती किया जाए। अस्पताल की सीएमएस डॉ. सुषमा श्रीवास्तव ने बताया कि नौ वेंटीलेटर लगाने के साथ ही इलाज की पूरी व्यवस्था कर ली गई है।