मौसम बना रहा पेट का मरीज
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : बारिश के बाद निकली धूप ने जनजीवन बेहाल कर दिया है। उमसभरी गर्मी में वायर
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : बारिश के बाद निकली धूप ने जनजीवन बेहाल कर दिया है। उमसभरी गर्मी में वायरस और बैक्टीरियल इंफेक्शन बढ़ा है। इससे अस्पतालों में पेट के रोगियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। लोगों में पेट दर्द और बदहजमी की दिक्कत ज्यादा है। अपच होने से मरीज भूख नही लगने और पेट फूलने की शिकायत कर रहे हैं। समय पर इलाज नही होने से यह मर्ज कब्ज में बदल जा रहा है। पेट साफ नही होने से मरीजों की दिनचर्या भी खराब हो रही है। मुंह में छाले की शिकायत भी सामने आ रही है। चिकित्सकों का कहना है कि दूषित खान-पान के चलते यह दिक्कत बढ़ी है। ऐसे में बिना चिकित्सक के सलाह के दवा लेने से परेशानी में और इजाफा हो रहा है।
खान-पान की लापरवाही भारी
मौसम में बदलाव होने से उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। अत्यधिक तैलीय व मसालेदार चीजों के अलावा पिज्जा, बर्गर, चाऊमीन, कोल्डड्रिंग का सेवन भी सेहत पर भारी पड़ रहा है। यह ठीक से पच नहीं पाते, जिससे लोगों को पेट की बीमारी हो रही है। स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में गुरुवार को 426 डायरिया पीड़ित पहुंचे। तेजबहादुर सप्रू चिकित्सालय बेली में 75, सरोजनी नायडू बाल चिकित्सालय में 47 व मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय काल्विन में 76 मरीज पेट की बीमारी वाले पहुंचे।
जांच कराकर ही लेनी चाहिए दवा
डॉ. अर्पणधर दूबे बताते हैं कि खानपान में लोग लापरवाही बरत रहे हैं। यह सेहत के लिए ठीक नही है। इस मौसम में लोगों को साफ सुथरा खानपान करना होगा। तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय के फिजीशियन डॉ. आनंद सिंह बताते हैं कि इस मौसम में पेट की समस्या बढ़ी है। किसी भी प्रकार की दिक्कत होने पर लोगों को सीधे चिकित्सक से जांच कराकर ही दवा लेनी चाहिए।
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यह दिक्कत बढ़ी है
इन दिनों लोग जिस परेशानी से जूझ रहे हैं उसमें पेट फूलना, खट्टी डकार आना आम है। इसके अलावा पेट में गैस बनना, भारीपन, भूख न लगने के साथ अचानक उल्टी-दस्त हो रही है।
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ऐसे करें बचाव
-ताजा व सुपाच्य भोजन करें।
-पानी साफ पीएं।
-अधिक तैलीय और मसालों वाली चीजें न खाएं।
-स्वच्छता का विशेष ध्यान दें।
-कोई दिक्कत होने पर अपने मन से दवा न लें।