छात्रों ने जेल में शुरू किया आमरण अनशन
जागरण संवाददाता : छात्रावासों में वाशआउट के खिलाफ इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भड़की आग की गरमाहट दूसरे
जागरण संवाददाता : छात्रावासों में वाशआउट के खिलाफ इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भड़की आग की गरमाहट दूसरे दिन भी रही। हास्टलों से बवाल मचने की आशंकावश पुलिस फोर्स मुस्तैद रही। यूनिवर्सिटी के आसपास की सड़कों से गुजरने वाले राहगीर भी भयाक्रांत रहे तो आला अधिकारी भी माहौल पर बराबर नजर बनाए रहे। उधर नैनी जेल में बंद किए गए छात्रनेताओं ने वहीं आमरण अनशन कर दिया।
शनिवार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय परिसर के साथ ही सभी हास्टलों पर रैपिड एक्शन फोर्स व पुलिस के जवान मुस्तैद रहे। विभिन्न रास्तों पर शुक्रवार को हुई आगजनी और पथराव से डरे सहमे लोग शनिवार को भी उस सड़क से गुजरते समय भयाक्रांत रहे। हालांकि पुलिस की मौजूदगी ने माहौल को नियंत्रण में रखा। उधर नैनी जेल में बंद छात्रनेताओं ने बैरक में ही आमरण अनशन शुरू कर दिया। कुलपति पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए उनकेखिलाफ भ्रष्टाचार की जांच एमएचआरडी के माध्यम कराने की मांग की। अनशन पर बैठने वालों में विवेकानंद पाठक, अखिलेश गुप्ता, विकास तिवारी, देवमणि मिश्र, शैलेंद्र मौर्य, दानिश, धीरज, उमेश यादव सतेंद्र यादव, कृष्ण मुरारी आदि शामिल हैं। पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की है। छात्र नेता अवनीश यादव का कहना है कि छात्रों की मांगों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में जब से हास्टल खाली कराने का मामला आया है तब से छात्रों में आक्रोश है। लगातार वह धरना व विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कुछ दिनों तक छात्र क्रमिक अनशन पर भी रहे। उधर हाईकोर्ट के आदेश के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने हास्टल खाली कराने की तिथि घोषित कर दी है। 23 से 27 मई के बीच हास्टल खाली कराया जाना है। इससे छात्र उग्र हो उठे। छात्र शुक्रवार को दिन भर वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी करते रहे। पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित मिश्र, उपाध्यक्ष आदिल हमजा समेत कई 22 छात्र नेताओं की गिरफ्तारी भी हुई।
जेल से आकर दो छात्रों ने दी परीक्षा
शुक्रवार को गिरफ्तार दो छात्र नेताओं शैलेंद्र मौर्य और देवमणि मिश्र ने जेल से आकर परीक्षा दी। उन्हें पुलिस कस्टडी में लाया गया। परीक्षा पूरी होने के बाद छात्रों को वापस जेल भेज दिया गया।
महिला छात्रावास में सभा
शोध प्रतिनिधि आभा यादव के नेतृत्व में शनिवार को महिला छात्रावास में सभा हुई। इसमें कुलपति के तानाशाही रवैये पर चिंता जताई गई। छात्राओं का कहना है कि कुलपति दबंग अधीक्षिकाओं के माध्यम से मारपीट और दुर्व्यवहार करा रहे हैं। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसमें जागृति सिंह, कल्पना सिंह, एकता तिवारी, मानसी यादव, रूपाली मिश्रा, निकिता सिंह आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहीं।
अब आर-पार की लड़ाई
इलाहाबाद : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की बैठक शनिवार को विश्वविद्यालय चौराहा स्थित कार्यालय में हुई। इसमें शुक्रवार को हुई घटना की घोर निंदा की गई। महानगर मंत्री ¨रकू पयासी ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति ने अपने ही छात्रों पर लाठीचार्ज कराकर कुत्सित मानसिकता का परिचय दिया है। कहा कि अब छात्र भ्रष्टाचार के खिलाफ आरपार की लड़ाई लड़ेंगे। बैठक में एडीसी छात्रसंघ अध्यक्ष प्रफुल्ल देव, पूर्व सहमंत्री मुकेश गौड़, बृजेश यादव, वैभव कृष्ण, सर्वेश संगम, शेखर, पुनीत, सीएमपी छात्रसंघ महामंत्री अभिनव, सनी शुक्ल, शशांक सिंह, अमरेंद्र आदि रहे।
नष्ट हुई संपत्ति का सौंपा ब्योरा
शुक्रवार को पथराव और आगजनी में नष्ट हुई संपत्ति का ब्योरा उनके स्वामियों द्वारा मुख्य कुलानुशासक को सौंपा गया। आगजनी से हुए नुकसान, पत्थरबाजी नष्ट हुई गाड़ियों और प्रभावित संसाधनों का विवरण दिया गया।
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मुख्यमंत्री ने तलब की उपद्रव की रिपोर्ट
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय परिसर में उपद्रव की मुख्य सचिव (सीएस) व डीजीपी से रिपोर्ट तलब की है। यह निर्देश भी दिए हैं कि विश्वविद्यालय के छात्रों की समस्याओं के समाधान के लिए कुलपति के साथ समीक्षा करते हुए उनका त्वरित निस्तारण कराया जाए।