धूल से बढ़ रहे अस्थमा रोगी
जासं, इलाहाबाद : जगह-जगह खुदी सड़कों से उड़ती धूल लोगों को अस्थमा और सीओपीडी जैसी घातक बीमारियां बा
जासं, इलाहाबाद : जगह-जगह खुदी सड़कों से उड़ती धूल लोगों को अस्थमा और सीओपीडी जैसी घातक बीमारियां बांट रही हैं। इससे लोगों के फेफड़े कमजोर हो रहे हैं। अस्थमा के 10 फीसद तक मरीज बढ़ गए हैं।
विश्व अस्थमा दिवस के मद्देनजर चेस्ट फिजीशियन डॉ. आशुतोष गुप्त ने बताया कि नवजात बच्चों को ज्वाइंडिस से बचाने के लिए लंबे समय तक फोटोथेरेपी में रखना भी अस्थमा का कारण बन जाता है। यह बात इंटरनेशनल रिसर्च में सिद्ध हो चुकी है। इससे भविष्य में बच्चा अस्थमा जैसी आटो इम्युन डिजीज की चपेट में आ सकता है। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के डॉ. आलोक चंद्रा ने बताया कि अगर गर्भवती को अस्थमा है तो इलाज के लिए इन्हेलर का प्रयोग करना चाहिए। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे को दवाओं से होने वाले नुकसान होने से बचाया जा सकता है।