रात में होगी कटियामारी की वीडियो रिकार्डिग
जासं, इलाहाबाद : शहर में बकाएदारों और कटियामारों के खिलाफ अभियान तो चल रहा है लेकिन इसमें सफलता कम म
जासं, इलाहाबाद : शहर में बकाएदारों और कटियामारों के खिलाफ अभियान तो चल रहा है लेकिन इसमें सफलता कम मिल रही है। टीम जैसे ही मुहल्लो में पहुंचती है, कटिया उतार ली जाती हैं। टीम के जाने के बाद तार फिर जोड़ लिए जाते हैं। ओवरलोड से ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं, जिससे कटियामारी पर लगाम लगाना जरूरी हो गया है।
शहर में कटियामारी चरम पर है। कुछ मुहल्ले तो ऐसे हैं जो सिर्फ कटिया से ही रौशन हो रहे हैं। करेली के कुछ मुहल्लों में पिछले दिनों विभागीय अधिकारियों ने जब छापेमारी की तो वहां ढूंढने पर भी कोई कनेक्शनधारक नहीं मिला। सबसे ज्यादा कटियामारी शहर पश्चिमी में हो रही है। यहां विभाग द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है, बावजूद इसके समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही। विभाग एक दिन अभियान चलाकर कटिया उतरवाता है, दूसरे दिन लोग फिर जोड़ लेते हैं। यही हाल शहर के सैकड़ों मुहल्लों में है। कटियामारी का लोड जैसे ही ट्रांसफार्मर पर पड़ता है, वह फुंक जाता है। समस्या को देखते हुए अफसरों ने अब नया तरीका निकाला है। कटियामारी वाले मुहल्लों में रात को वीडियो रिकार्डिग कराई जाएगी। इसके आधार पर कटियामारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। रिकार्डिग के आधार पर ही दूसरे दिन अभियान चलाकर कटिया निकाली जाएगी। नैनी क्षेत्र में शनिवार से यह अभियान शुरू हो जाएगा। एसडीओ जन्मेजय साहू ने बताया कि क्षेत्र में कटियामारी वाले क्षेत्रों को चिह्नित कर लिया गया है। शनिवार रात से अभियान चलाकर रिकार्डिग शुरू करा दी जाएगी।
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डेढ़ गुना बढ़ गया लोड
इलाहाबाद : गर्मी आते ही बिजली व्यवस्था धड़ाम हो गई है। आम दिनों के मुकाबले लोड डेढ़ गुना बढ़ गया है। नतीजा ट्रांसफार्मरों के फुंकने के साथ ही जर्जर तार भी टूटकर गिर रहे हैं। जनपद में छह डिवीजनों से विद्युत सप्लाई की जाती है। इसमें म्योहाल, बम्हरौली, कल्याणी देवी, रामबाग, टैगोर टाउन व नैनी डिवीजन शामिल हैं। सारे डिवीजन मिलाकर महीने में 180 मिलियन यूनिट बिजली की खपत होती है। यह आंकड़ा आम दिनों का है, लेकिन गर्मी आते ही इसमें तेजी से इजाफा होता है। करीब डेढ़ गुना बिजली खपने लगती है। गर्मी में एसी, कूलर, फ्रिज चलने के कारण लोड बढ़ जाता है। इस तरह सभी डिवीजनों को मिलाकर खपत 300 मिलियन यूनिट को पार कर जाती है। इसका असर ट्रांसफार्मरों व केबिल आदि पर पड़ता है। लोड बढ़ जाने से ट्रांसफार्मर फुंक जाते हैं जबकि तार गरम होकर टूट जाते हैं। लोड बढ़ने के मामले में करेली क्षेत्र सबसे आगे है। यह इलाका कल्याणी देवी डिवीजन में आता है। इस डिवीजन पर आम दिनों में करीब 28 मिलियन यूनिट बिजली की खपत महीने में होती है जबकि गर्मी में यह आंकड़ा 42 से 45 मिलियन यूनिट पर पहुंच जाता है। करेली एसडीओ रवींद्र पाल बताते हैं कि बड़ा इलाका होने के कारण भी क्षेत्र में बिजली की खपत ज्यादा होती है।
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करेली में फिर फुंके ट्रांसफार्मर
इलाहाबाद : ओवरलोड के चलते करेली इलाके में शुक्रवार को फिर दो ट्रांसफार्मर फुंक गए। इसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कर्कस प्लांट करामत की चौकी के बगल में लगा 400 केवीए का ट्रांसफार्मर ओवर लोड के चलते फुंक गया। इसके अलावा करेलाबाग नारायणपुरम् में लगा 400 केवीए का ट्रांसफार्मर भी गर्मी बर्दाश्त न कर सका। एसडीओ रवींद्र पाल ने बताया कि ओवरलोड के चलते ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं। ट्रांसफार्मरों की व्यवस्था की जा रही है।