गौरैया बचाने को जलाई अलख
जासं, इलाहाबाद : कभी घर, आंगन और गली मोहल्ले में उड़ने-फुदकने वाली गौरैया अब देखने को नहीं मिलती है।
जासं, इलाहाबाद : कभी घर, आंगन और गली मोहल्ले में उड़ने-फुदकने वाली गौरैया अब देखने को नहीं मिलती है। इस पक्षी को बचाने की जरूरत है। सोमवार को गौरैया दिवस पर लोगों से गौरैया को बचाने की अपील की गई है।
गौरैया को बचाने के लिए प्रशासन की ओर से कई दिन से पहल की जा रही थी। जागरूकता अभियान के साथ लोगों को बताया जा रहा है कि वह अपने घर की छत पर एक बर्तन में पानी रखें और कुछ दाने डाल दें। जिससे गौरैया आए तो उसकी प्यास बुझ सके। दरअसल खेतों में कीटनाशक डालने और प्रदूषित वातावरण के चलते इनकी तादात में भारी कमी आई है। डीएम संजय कुमार ने गौरैया बचाने के लिए कई समाजसेवी संस्थाओं को बर्तन भी बांटे।
गौरैया दिवस पर गंगा किनारे विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बालू पर आकृति बनाई। इसके जरिए गौरैया को बचाने की अपील की। इस मौके पर एडीएम सिटी पुनीत शुक्ला, डीएफओ मनोज खरे आदि थे।