'पाप से मुक्ति दिलाता है मकर स्नान'
जासं, इलाहाबाद : ज्योतिषाचार्य डा. रामेश्वर प्रपन्नाचार्य शास्त्री ने कहा कि माघ मास में मकर राशि
जासं, इलाहाबाद : ज्योतिषाचार्य डा. रामेश्वर प्रपन्नाचार्य शास्त्री ने कहा कि माघ मास में मकर राशि के सूर्य में प्रवेश करते ही देवता, किन्नर, मनुष्य संगम में पहुंचकर गंगा स्नान करते हैं। शरीर द्वारा किए गए पापों से ऐसे मुक्त होते हैं, जैसे सर्प अपनी केंचुल छोड़ कर दिव्य शरीर प्राप्त करता है।
श्रीदेवरहा बाबा सेवाश्रम तीर्थराजपीठ माघ मेला शिविर में मकर संक्रांति पर्व पर आयोजित कथा में श्रद्धालुओं को संगम की महिमा सुनाते हुए डा.रामेश्वर ने यह बातें कहीं। उन्होंने बताया कि प्रयागराज में किए गए कर्मकांड और दान की महत्ता बहुत अधिक है। यहां पर भगवान का नाम लेने से पापी से पापी व्यक्ति भव सागर से मुक्त हो जाता है। शास्त्रों में भी प्रयागराज की महिमा का बड़ा बखान है। वेणी माधव यहां साक्षात निवास करते हैं। यही कारण है कि तीर्थ में सबसे बड़ा तीर्थ प्रयागराज को कहा गया है। इससे बड़ा दुनिया में कहीं भी तीर्थ नहीं है। कहा कि मनुष्य के द्वारा किए गए अच्छे और बुरे कर्म का भोग सभी को भोगना पड़ता है। कर्म की गति से कोई बच नहीं सकता है। कहा कि प्रत्येक मनुष्य को उठते बैठते हर समय अनवरत रूप से प्रभु के नाम का स्मरण करते रहना चाहिए। ऐसा करने से हम पाप से मुक्त होकर प्रभु की कृपा भागी बनते हैं। इस दौरान आयोजित खिचड़ी भोज में श्रद्धालुओं ने खिचड़ी ग्रहण किया। प्रसाद प्राप्त करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही।