बच्चों की छिपी शक्तियों का विकास जरूरी
इलाहाबाद : मनोविज्ञान शाला में सोमवार को अभिक्षमता परीक्षण निर्माण शीर्षक सेमिनार का आयोजन किया गया।
इलाहाबाद : मनोविज्ञान शाला में सोमवार को अभिक्षमता परीक्षण निर्माण शीर्षक सेमिनार का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि मुख्य यात्री परिवहन प्रदीप कुमार ओझा ने कहा कि समय एवं प्रतिक्रिया दोनों मिश्रित हैं। इसको ध्यान में रखकर बच्चों की छिपी शक्तियों का विकास किया जा सकता है। संस्थान के निदेशक आनंद शंकर पाण्डेय ने कहा कि कार्यशाला के माध्यम से ऐसी अभिक्षमता परीक्षण प्रश्नावली निर्मित की जाएगी जो बच्चों की विशेष क्षमता को पहचानकर उनके अनुरूप दिशा निर्देश देने में सहायक होगी। कार्यशाला प्रभारी डा. कमलेश तिवारी ने आधार पत्रक द्वारा कार्य की रूपरेखा एवं योजना को बताया। विभागाध्यक्ष मनोविज्ञान डा. शीतला प्रसाद पाण्डेय ने आइटम निर्माण की विधि से प्रतिभागियों को परिचित कराया। इस अवसर पर योगेंद्र शर्मा, राज सिंह, मीनू किशोर, डा. कमलेश कुमार, किरन राय, अमिता श्रीवास्तव, ऊषा गुप्ता, सीमा चौधरी, रामकृष्ण द्विवेदी सहित विभिन्न शिक्षण संस्थानों एवं विद्यालयों के विशेषज्ञ-शिक्षक एवं डीजीपी प्रशिक्षणार्थियों ने प्रतिभाग किया। धन्यवाद नीता गुप्त ने किया। संचालन प्रभाकर त्रिपाठी ने किया।