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खुद की छवि पर निर्भर करती है सफलता

जासं, इलाहाबाद : मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद में आयोजित सात दिवसीय सामाजिक

By Edited By: Published: Mon, 24 Oct 2016 08:18 PM (IST)Updated: Mon, 24 Oct 2016 08:18 PM (IST)

जासं, इलाहाबाद : मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद में आयोजित सात दिवसीय सामाजिक मुद्दे एवं तकनीक पाठ्यक्रम के पांचवे दिन सोमवार को सामाजिक क्रिया, संस्कृति, वैश्वीकरण एवं तकनीक एवं कार्यस्थल व्यवहार पर चर्चा की गई।

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वरिष्ठ मनोविज्ञानी इलाहाबाद विवि की प्रो. दीपा पुनेठा ने कहा कि समाजसेवा अन्य सभी व्यवसायों से सर्वथा भिन्न होती है। समाज सेवा उन सभी सामाजिक, आर्थिक एवं मनोवैज्ञानिक कारकों का निरूपण कर उसके परिप्रेक्ष्य में क्रियान्वित होती है। जो व्यक्ति एवं उसके पर्यावरण-परिवार,समुदाय तथा समाज को प्रभावित करते हैं।

बीपीसीएल के इं.आलोक श्रीवास्तव ने कार्यस्थल पर व्यवहार को रेखांकित किया। कहा कि आपकी सफलता और विकास में बहुत कुछ आपके द्वारा खुद की बनाई छवि पर निर्भर करता है और आपकी छवि मात्र आपके काम से ही विकसित नहीं होती, बल्कि यह कार्यस्थल पर आपके व्यवहार से भी बनती है। इलाहाबाद विवि के अंग्रेजी विभाग के प्रो. संजय सक्सेना ने तकनीक के युग में साहित्य की प्रासंगिकता को उजागर किया। बताया कि साहित्य आज भी समाजिक परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि मानव कल्याण का आधार जब विज्ञान बना तभी औद्योगिक क्रांति हो पाई। कार्यक्रम में विभाग के शिक्षक-शिक्षिकाएवं पाठ्यक्रम के प्रतिभागी उपस्थित रहे।


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