स्वागती बयान में कंजूस नजर आए भाजपाई
जासं, इलाहाबाद: जिस शहर ने रीता बहुगुणा जोशी को राजनीति का ककहरा सिखाया, जो शहर उनके सामाजिक, राजनीत
जासं, इलाहाबाद: जिस शहर ने रीता बहुगुणा जोशी को राजनीति का ककहरा सिखाया, जो शहर उनके सामाजिक, राजनीतिक और व्यक्तिगत जीवन का लंबे अर्से तक गवाह रहा हो। जिस शहर की वह मेयर रही हों,ं वहां के भाजपाइयों की प्रतिक्रिया ठंडी रही स्वागत में। कंजूसी ही नजर आई।
इलाहाबाद शहर रीता बहुगुणा जोशी का अपना शहर है। यहां कांग्रेस ही नहीं हर दल में उनको जानने मानने वालों की काफी संख्या है। माना जा रहा है कि उनकी आमद से इलाहाबाद में पार्टी को काफी मजबूती मिलेगी, खासकर ब्राह्माण मतदाताओं में इसका बेहद सकारात्मक असर पड़ेगा। उम्मीद थी कि शहर के भाजपाई उनकी ज्वाइनिंग पर जमकर जश्न मनाएंगे, मगर यह नजारा शहर में कहीं नजर नहीं आया। यहां तक कि स्वागत में बयान जारी करने की भी जहमत नहीं उठाई। बसपा से आए स्वामी प्रसाद मौर्य की ज्वाइनिंग पर तो शहर के कई भाजपाइयों ने सोशल मीडिया पर विपरीत टिप्पणियां तक कर दी थीं। अलबत्ता महानगर इकाई अध्यक्ष अवधेश गुप्ता ने पूछे जाने पर इतना जरूर कहा कि पार्टी में उनका स्वागत है और उनके आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी। भाजपा नेता सुबोध सिंह ने भी उनके आगमन को पार्टी के लिए शुभ संकेत बताया।