आरटीए ने बदला फैसला, आरटीओ देंगे परमिट
जासं, इलाहाबाद : 20 दिन बाद ही संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) की विशेष आकस्मिक बैठक बुलाकर कमिश
जासं, इलाहाबाद : 20 दिन बाद ही संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) की विशेष आकस्मिक बैठक बुलाकर कमिश्नर ने अपने पुराने फैसले को वापस ले लिया है। अब आरटीओ के पावर को बहाल कर दिया गया है। वहीं आरटीओ ने परमिट जारी करने का काम शुरू कर दिया है। इस आदेश से कई दिन से चल रहा था कमिश्नर और आरटीओ के बीच तनाव खत्म हो गया है।
नौ अगस्त को संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक गांधी सभागार में हुई थी। इसमें कमिश्नर राजन शुक्ला ने कुछ मामलों को लेकर आरटीओ भीमसेन सिंह से नाराजगी व्यक्त की थी। उन्होंने आरटीओ के पावर सीज करते हुए कहा था कि गाड़ियों के परमिट का काम अपर आयुक्त प्रथम डीपी गिरि देखेंगे। पावर सीज होने के बाद आरटीओ ने परमिट देना बंद कर दिया था। परमिट न मिलने से गाड़ी मालिक परेशान हो रहे थे। क्योंकि रोजाना गाड़ियों की परमिट से एक से डेढ़ लाख रुपये का राजस्व परिवहन विभाग को आता था। परमिट बंद होने से राजस्व का घाटा होने लगा। बैठक के कई दिन बाद 20 अगस्त को कमिश्नर ने आरटीओ की पावर सीज होने का आदेश जारी किया। उसके बाद आरटीओ ने गाड़ियों की परमिट के लिए फाइलें अपर आयुक्त को भेज दी। अपर आयुक्त ने परमिट देने से इंकार दिया। कहा कि नियमानुसार यह काम आरटीओ का है। दूसरी ओर परमिट न मिलने से तमाम ट्रकों का संचालन ठप हो गया था। इससे परेशान होकर ट्रक मालिकों ने प्रदर्शन भी शुरू कर दिया था। मामला बिगड़ता देख कमिश्नर ने मंगलवार को आरटीए के विशेष आकस्मिक बैठक बुलाई। इसमें कमिश्नर, डीएम और आरटीओ ही शामिल हुए। आधे घंटे की बैठक में कमिश्नर ने अपना आदेश वापस ले लिया और आरटीओ की पावर बहाल कर दी। आरटीओ भीमसेन सिंह ने बताया कि परमिट देने का काम शुरू हो गया है। जल्द ही राजस्व की भरपाई हो जाएगी।