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फर्जी मैसेज पर 24 घंटे में मांगा जवाब

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्नातक प्रवेश परीक्षा में हुई गड़बड़ी

By Edited By: Published: Sat, 28 May 2016 01:06 AM (IST)Updated: Sat, 28 May 2016 01:06 AM (IST)

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्नातक प्रवेश परीक्षा में हुई गड़बड़ी की जांच शुरू हो गई है। अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र बदलने के लिए मिले अलग-अलग मैसेजों को इविवि प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। इसके मद्देनजर परीक्षा करा रही एजेंसी को नोटिस देकर 24 घंटे में जवाब मांगा है। साथ ही गड़बड़ी करने वाले दोषियों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की तैयारी है। यह निर्णय इविवि परीक्षा कोर कमेटी की बैठक में हुआ।

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इविवि स्नातक प्रवेश परीक्षा 25-26 मई को हुई। परीक्षा के दोनों दिन अव्यवस्था हावी रही। उचित प्रबंधन न होने के चलते अभ्यर्थियों को खासी दिक्कत हुई। परीक्षा शुरू होने तक उनके मोबाइल में केंद्र बदलने का एसएमएस आता रहा। इसके चक्कर में सैकड़ों अभ्यर्थी इधर-उधर भागते रहे। वह परीक्षा केंद्र पहुंचे तो गेट बंद हो चुका था। कइयों की परीक्षा छूट गई। वहीं सर्वर में गड़बड़ी से अभ्यर्थी ठीक से परीक्षा नहीं दे पाए। परीक्षा के दौरान कई बार नेटवर्क जाने से उन्हें खासी दिक्कत हुई। इस पर अभ्यर्थियों ने हंगामा किया। इसे लेकर शुक्रवार को प्रवेश भवन में निदेशक प्रवेश प्रो. बीएन सिंह की अध्यक्षता में कोर कमेटी की बैठक हुई। इसमें अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र बदलने को लेकर मिले फर्जी मैसेज एवं नेटवर्क की समस्या पर घंटों माथापच्ची चली। गड़बड़ी कहां हुई, इसमें किसकी लापरवाही है? इसे लेकर सबने अपने-अपने तर्क दिये। फिर परीक्षा करा रही एजेंसी को नोटिस देकर 24 घंटे के अंदर सारी गड़बड़ी पर जवाब मांगा गया है। निदेशक प्रवेश प्रो. बीएन सिंह का कहना है कि परीक्षा के दौरान हुई गड़बड़ी को गंभीरता से लिया गया है। एजेंसी से जवाब मांगा गया है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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भुगतान न होने पर रोकी उत्तर पुस्तिका

इलाहाबाद : इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा में अव्यवस्था हावी रही। अभ्यर्थी केंद्र बदलने का फर्जी मैसेज मिलने और नेटवर्क की समस्या से जूझते रहे। इधर नई समस्या परीक्षा केंद्रों द्वारा उत्तर पुस्तिका रोकने को लेकर आ गई है। बताया जा रहा है कि अधिकतर परीक्षा केंद्रों का भुगतान अभी तक नहीं हो पाया है। ऐसे में उन्होंने अभ्यर्थियों की ओएमआर शीट रोक ली है। वहीं इविवि प्रशासन इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

इविवि स्नातक प्रवेश परीक्षा 25-26 मई को हुई। इलाहाबाद में 20 केंद्र बनाए गए। इसमें 17 ऑफलाइन एवं तीन ऑनलाइन थे। इसमें ऑफलाइन परीक्षा करा रहे अधिकतर विद्यालयों को पैसे का भुगतान नहीं किया गया। गुरुवार की शाम उक्त विद्यालय प्रबंधन ने परीक्षा करा रही एजेंसी और इविवि प्रशासन से संपर्क करके भुगतान कराने को कहा। लेकिन सभी टाल-मटोल करते रहे। इस पर उन्होंने ओएमआर शीट जमा करने के बजाय अपने पास रोक लिया। ऐसे में जल्द उत्तर पुस्तिका न ली गई तो उसका मूल्यांकन नहीं हो पाएगा। इसका असर परीक्षा परिणाम में आएगा, क्योंकि मूल्यांकन में जितना विलंब होगा, प्रवेश में उतनी ही देरी होती जाएगी। निदेशक प्रवेश प्रो. बीएन सिंह का कहना है कि ओएमआर शीट रोकने की सूचना उन्हें नहीं है। परीक्षा करा रही एजेंसी हमें उपलब्ध कराएगी, भुगतान देने की जिम्मेदारी उसी की है।


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