शहर में घटा 40 फीसद पॉलीथिन का इस्तेमाल
जासं, इलाहाबाद : प्रदेश सरकार द्वारा पॉलीबैग के इस्तेमाल पर लगाई गई रोक का असर इलाहाबाद में देखने को
जासं, इलाहाबाद : प्रदेश सरकार द्वारा पॉलीबैग के इस्तेमाल पर लगाई गई रोक का असर इलाहाबाद में देखने को मिला है। शहर से निकलने वाले कचरे में पॉलीथिन की मात्रा चालीस फीसद तक घटी है। प्रतिदिन औसतन निकलने वाला पचास टन पॉलीथिन अब सिर्फ तीस टन तक रह गया है।
शहर में पॉलीथिन का इस्तेमाल छोड़ने के लिए लंबे समय से जागरूकता अभियान चल रहा है। दैनिक जागरण ने भी पॉलीथिन के खिलाफ बड़ा जागरूकता अभियान चलाया था। इसके बाद प्रदेश सरकार ने पॉलीबैग के इस्तेमाल पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी। जिलाधिकारी संजय कुमार ने पहले ही इस प्रतिबंध को लागू करने की पहल कर दी थी। इस वजह से शहर में पॉलीथिन का इस्तेमाल काफी घट गया है। बसवार स्थित कचरा निस्तारण केंद्र के आंकड़े इसकी सही तस्वीर पेश करते हैं। शहर से करीब पांच सौ टन कचरे में रोज 50 टन पॉलीथिन निकलता था। अब यह घटकर करीब 30 टन प्रतिदिन रह गया है। नगर आयुक्त देवेंद्र पांडेय ने बताया कि पॉलीथिन के खिलाफ जबर्दस्त अभियान चलाए जाने के चलते यह रिजल्ट सामने आया है। फरवरी में और भी बेहतर नतीजे सामने आएंगे।
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फिर दिखने लगी पॉलीथिन
इलाहाबाद : शहर में ठेलों और दुकानों पर पॉलीथिन दिखना कमोबेश बंद हो गई थी, लेकिन नगर निगम का अभियान पिछले कुछ दिनों से शहर में ढीला पड़ा तो दोबारा ये पॉलीबैग नजर आने लगे हैं। हालांकि व्यापारी इनका इस्तेमाल चोरी से ही कर रहे हैं। यदि समय रहते नगर निगम ने सख्ती नहीं बरती तो उपयोग फिर बढ़ने लगेगा। नगर आयुक्त देवेंद्र पांडेय ने कहा कि जहां कहीं भी इस तरह की सूचना मिल रही है, वहां छापे मारे जाएंगे।