हत्या के इरादे से जेल में घुसा बीएसएफ का जवान
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : नैनी सेंट्रल जेल में बुधवार को बड़ी वारदात होते-होते बची। किसी कैदी की हत
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : नैनी सेंट्रल जेल में बुधवार को बड़ी वारदात होते-होते बची। किसी कैदी की हत्या के इरादे से बीएसएफ का एक जवान अपने तीन साथियों के साथ जेल में घुस गया। गेट नंबर एक वह पार कर चुका था। दूसरे गेट पर तलाशी में उसके पास से लोडेड पिस्टल व मैगजीन बरामद हुई तो साथियों समेत उसे हिरासत में ले लिया गया। जवान सजायाफ्ता से मिलने पहुंचा था। देर शाम तक नैनी थाने की पुलिस उससे पूछताछ कर रही थी।
केंद्रीय कारागार नैनी में बुधवार दोपहर चार युवकों ने आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे कन्नौज के सलीम उर्फ नवाब पुत्र भूरा व हत्या के प्रयास में बंद प्रतापगढ़ के हथिगवां निवासी मो. हासिम पुत्र मो. मुस्लिम से मिलने के लिए पर्ची कटवाई। करीब एक बजे गेट नंबर एक पर तलाशी के बाद उनको प्रवेश दिया गया। गेट नंबर दो पर तलाशी के दौरान आरक्षी राजेंद्र व लंबरदार रामसूरत को एक युवक की कमर में शर्ट के अंदर पिस्टल छिपी मिली। यह बात मौके पर खड़े जेलर डीएस मुकुंद व डिप्टी जेलर ऋतिक प्रियदर्शी को बताई गई तो उन्होंने बंदी रक्षकों से चारों को घेरवा लिया। युवक के पास से 32 बोर की लोडेड पिस्टल व मैग्जीन मिली। पूछताछ में युवक ने खुद को बीएसएफ में हेड कांस्टेबिल बताया और पिस्टल के लाइसेंसी होने की जानकारी दी। वह लाइसेंस नहीं दिखा सका। उसने अपनी पहचान कुंडा थाना के काशीपुर निवासी विनोद कुमार के रूप बताई। उसे और उसके साथ आए मो. कासिम, मो. अकरम और मो.शादाद को नैनी जेल प्रशासन ने नैनी पुलिस के हवाले कर दिया। डीआइजी (जेल) संतोष श्रीवास्तव का कहना है कि संभवत: किसी बंदी की हत्या के इरादे से जवान लोडेड पिस्टल लेकर जेल में घुसा था। एसपी यमुनापार आशुतोष मिश्र के अनुसार बीएसएफ जवान व उसके साथियों के बारे में तथ्यों का पता लगाया जा रहा है।