इंडस्ट्री की जरूरत के हिसाब से हो पढ़ाई
जासं, इलाहाबाद : समय बदल रहा है और टेक्नालॉजी समाज को नई दिशा की ओर ले जा रही है। ऐसे में जरूरत है क
जासं, इलाहाबाद : समय बदल रहा है और टेक्नालॉजी समाज को नई दिशा की ओर ले जा रही है। ऐसे में जरूरत है कि इंडस्ट्री की जरूरत को समझते हुए पाठ्यक्रम संचालित किए जाएं। यह उम्मीद करनी चाहिए कि बैचलर ऑफ वोकेशन इन फूड टेक्नोलॉजी मीडिया स्टडीज व फैशन टेक्नोलॉजी पाठ्यक्रम इस कसौटी पर खरे उतरेंगे। यह बात इलाहाबाद विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल के निदेशक प्रो. जीके राय ने कही। वह बी-वोक पाठ्यक्रमों की कक्षाओं के श्रीगणेश अवसर पर छात्रों को संबोधित कर रहे थे।
प्रो.राय ने कहा कि देश में ऐसे लोगों की जरूरत है कि जो स्किल्ड हों और विभिन्न उद्योगों में अपनी उपादेयता को सिद्ध कर सकें। वर्तमान समय में देश में प्रशिक्षित लोगों की भारी कमी है। यही वजह है कि इन पाठ्यक्रमों की आवश्यकता समझी जा रही है। बोले, छात्रों को अपने भीतर सीखने की ललक और समर्पण का भाव लाना होगा, ताकि समाज में सफल नागरिक बनकर अपना योगदान दे सकें। विधि संकाय के डीन प्रो. राकेश खन्ना ने छात्र-छात्राओं से अपने सामाजिक मूल्यों को बचाने की अपील की और कहा कि हम चाहे फूड टेक्नोलॉजी में काम करें अथवा मीडिया इंडस्ट्री में या फिर फैशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हमें अपने विषय को बेहतर ढंग से समझते हुए उसके सही और सार्थक उपयोग करने होंगे। कला संकाय की पूर्व डीन प्रो. मृदुला त्रिपाठी ने कहा कि आने वाले दिनों में यह पाठ्यक्रम बहुत लोकप्रिय होंगे और देश व समाज में अपनी उपयोगिता सिद्ध करेंगे। फूड टेक्नोलॉजी के कोआर्डिनेटर डा. नीलम यादव, मीडिया स्टडीज के धनंजय चोपड़ा व फैशन डिजाइन की मिताली ने अपने सेंटरों की गतिविधियों, उपलब्धियों और करिकुलम से छात्रों को परिचित कराया। संचालन ओएसडी प्रो. प्रशांत अग्रवाल ने किया।