दो दिन में शास्त्री पुल के हर पिलर की होगी जांच
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : मंडलायुक्त ने बार-बार शास्त्री पुल के पिलर धसकने पर गहरी नाराजगी जताई है
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : मंडलायुक्त ने बार-बार शास्त्री पुल के पिलर धसकने पर गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने शुक्रवार को इलाहाबाद-वाराणसी लेन के आठ नंबर पिलर का स्लैब धंसने के बाद दो दिन के अंदर शास्त्री पुल के हर पिलर की जांच करने का आदेश दिया है। जांच की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता को मिली है। वैसे अधिकारी पुल धसकने के लिए भारी वाहनों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। फिलहाल लोक निर्माण विभाग ने वाराणसी की तरफ जाने वाले शास्त्री पुल के मार्ग को दो दिन के लिए बंद कर दिया है और पिलर की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है।
पूर्वाचल का द्वार कहे जाने वाले लालबहादुर शास्त्री सेतु पर संकट के बादल मंडरा रहे है। इस पुल से रोजाना हजारों की संख्या में वाहन गुजरते हैं। वर्ष 1979 में बने शास्त्री पुल में 65 पिलर हैं। 17 मार्च को पिलर नंबर 28, 20 मई को पिलर नंबर 9 और शुक्रवार को पिलर नंबर 8 धसक गया। आठ नंबर पिलर धंसने से दो पिलरों के बीच गैप आ गया है। पिलर के बेय¨रग कटने से रोलर और स्प्रिंग टूट गए। बार-बार पुल के पिलर धसकने से दर्जनों हादसे हो चुके हैं। अधिकारियों के मुताबिक पुलों की औसतन आयु सौ वर्ष होती है। शास्त्री पुल के निर्माण को 36 वर्ष ही हुए हैं।
लोक निर्माण विभाग खंड तीन के अधिशासी अभियंता का कहना है कि ओवरलोड वाहनों के गुजरने के कारण पुल के बेय¨रग धंस रहे हैं। मंडलायुक्त राजन शुक्ला ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता को निर्देशित किया कि दो दिन में शास्त्री पुल के सभी पिलर का निरीक्षण कर लिया जाए। कहीं किसी और पिलर में तो खराबी नहीं है। यदि है तो उसकी भी मरम्मत कर दी जाए।
मालूम हो कि 21 मई को इसी लेन के पिलर नंबर नौ में खराबी आ गई थी। इसकी वेयारिंग अपने स्थान से खिसक गई थी। इससे ऊपर का स्लैब धंस गया था। इलाहाबाद-वाराणसी लेन पर चार दिनों तक आवागमन बंद रहा। इसके पूर्व भी इसी लेन के पिलर नंबर 28 में भी खराबी आई थी।