आसमानी दावे धरातल पर उतारने की हसरत
इलाहाबाद : फूलपुर के भाजपा सांसद केशव प्रसाद मौर्य की तमाम सक्रियता के बावजूद पूरा क्षेत्र मूलभूत सम
इलाहाबाद : फूलपुर के भाजपा सांसद केशव प्रसाद मौर्य की तमाम सक्रियता के बावजूद पूरा क्षेत्र मूलभूत समस्याओं से जूझ रहा है। सांसद खुद स्वीकारते हैं कि उनके क्षेत्र की 70 फीसदी सड़कें ध्वस्त हैं। बिजली समस्या बनी है। अधिकांश लोगों को पीने का पानी पाइप लाइन से नहीं मिल रहा है। केन्द्रीय विश्वविद्यालय से जुड़े कालेजों में शिक्षकों की काफी कमी है। इसके अलावा सिंचाई एवं किसानों को उपज का सही मूल्य न मिलना भी प्रमुख समस्या है। फिर भी सांसद के पास दावों की कोई कमी नहीं है। इन दावों को धरातल पर उतारने की हसरत भी वह पूरे दमखम से जताते हैं। सांसद ने बताया कि उनके क्षेत्र में करीब तीन हजार करोड़ रुपए की योजनाएं स्वीकृत की गई हैं। इससे सड़क, सीवर व जलभराव समस्या का निस्तारण होगा।
स्मार्ट सिटी : सांसद का दावा है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर संगम शहर का कायाकल्प कराने का अनुरोध किया था। पत्र के साथ शहर को संवारने का प्रारूप भी दिया था। प्रधानमंत्री ने इसी पर मुहर लगाते हुए अमेरिका के साथ करार किया और शहर को स्मार्ट सिटी बनाने का एलान किया। नमामि गंगे परियोजना एवं प्रयाग में घाटों को संवारना भी इसी कड़ी का हिस्सा है। श्रृंगवेरपुर, फतेहपुर, छतनाग, झूंसी, फाफामऊ, रामचौरा आदि में घाटों के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है।
पूरब के ऑक्सफोर्ड की मिलेगी पहचान : साल बीतने के बाद भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हालात में कोई परिवर्तन नहीं हुए हैं। सांसद इसके बावजूद खुल कर दावा कर रहे हैं कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय की गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाने की पूरी तैयारी है। यहां जल्द ही पूर्णकालिक कुलपति मिलेगा और यहां पर मेडिकल व इंजीनिय¨रग विंग खुलवाने का भी मानव संसाधन विकास मंत्रालय में प्रयास कर रहे हैं। वाई-फाई परिसर की सौगात मिल चुकी है। आगे ई-क्लासेज भी शुरू होंगी।
प्रदेश सरकार कर रही उपेक्षा : सांसद के अनुसार प्रदेश में लगातार राजनीति द्वेष के तहत कार्य हो रहा है। सड़क, पानी आदि सुविधाओं के लिए नियमित अंतराल पर जिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश सरकार को एक साल में 365 से अधिक पत्र लिखे, लेकिन उनमें से एक पर भी प्रदेश सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई।
सोलर लाइट व हैंडपंप मिले : सांसद ने बताया कि उनके क्षेत्र में दो हजार सोलर लाइट व दो हजार हैंडपंप भी स्वीकृत किया गया है।
संसद में उठाए यह मुद्दे
- लखनऊ की ओर से आने वाली ट्रेनों के लिए प्रयागघाट में, वाराणसी के लिए रामबाग व झूंसी में, मुंबई की ट्रेनों का छिवकी व नैनी में और हावड़ा की ट्रेनों के लिए सूबेदारगंज में टर्मिनल बनवाने की मांग की है। एक दर्जन नई ट्रेनें चलवाने जिसमें लखनऊ से इलाहाबाद के बीच चेयरकार शामिल है का अनुरोध किया है।
-प्रयाग में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने, यहां से दिल्ली के लिए हर दिन सुबह व शाम को फ्लाइट चलाने की मांग की है। इसकी प्रक्रिया चल रही है। पांडवेश्वर धाम के बगल स्थित पुराने हवाई अड्डे की जगह नया हवाई अड्डा बनाना भी इसमें शामिल है।
-संगम को केंद्र बिंदु मानकर चारों दिशाओं में फोरलेन सड़क बनाने की मांग की। इसमें संगम से विंध्याचल, सीतामढ़ी, कड़ाधाम, शीतला धाम, श्रृंगवेरपुर धाम को जोड़ने की व्यवस्था हो सके ताकि कुंभ व अर्द्धकुंभ में तीर्थ यात्रियों को दिक्कत न हो।
-गोरक्षा कानून बनाने, गोसेवकों को मानदेय देने व तस्करी करने वालों को फांसी देने की मांग उठाई।
-उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, असम आदि राज्यों में बांग्लादेशी घुसपैठ रोकने और इनके मताधिकार पर प्रतिबंध लगाने की मांग की।
सांसद निधि का इस्तेमाल
अब तक ढाई करोड़ रुपए आए हैं। उनमें से सारे प्रस्ताव जिला प्रशासन को सौंपे जा चुके हैं। अधिकांश धन सड़कों के लिए दिया गया है। कुछ स्कूलों व अन्य कार्यो को भी मदद की गई है। ज्यादातर छोटी-छोटी समस्याओं का निस्तारण निधि से करने का प्रयास किया है। साधन सीमित हैं। पांच करोड़ रुपए के प्रस्ताव प्रशासन के पास लंबित हैं। वैसे जिला प्रशासन का दावा है कि सांसद मौर्य के खाते में 85 हजार रुपए अभी अवशेष हैं।
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अगले साल विकास का साल
सांसद बोले, अगला साल ही विकास का साल है। पहले वर्ष सिर्फ खाका खींचा गया है और योजनाएं बनी है। उस पर अमल अगले वर्ष से ही होगा। बेरोजगार परेशान हैं। उनकी समस्याएं दूर की जाएंगी। इलाहाबाद शहर ही स्मार्ट सिटी नहीं होगा, बल्कि आसपास के 40 किमी के क्षेत्र में विकास कराने की तैयारी है।
सत्ता परिवर्तन से विकास में आएगी तेजी
सांसद मौर्य ने कहा कि प्रदेश सरकार और उनके इशारे पर प्रशासन हर छोटे और बड़े कार्य में बाधा बन रहा है। इसकी वजह से अपेक्षित कार्य नहीं हो पाए हैं। आने वाले दिनों में प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होते ही कार्यो में और तेजी आएगी। इस शहर का मॉडल बनना तय है।