तेरे जल में गंदगी धोने नहीं देंगे..
इलाहाबाद : हरिहर गंगा आरती समिति के तत्वावधान में रामघाट पर चल रहे गंगा महोत्सव के पांचवें दिन शनिवा
इलाहाबाद : हरिहर गंगा आरती समिति के तत्वावधान में रामघाट पर चल रहे गंगा महोत्सव के पांचवें दिन शनिवार को सम्मान समारोह एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
¨हदी साहित्य में उल्लेखनीय कार्यो के लिए शैलेंद्र मधुर, अनिल गुप्ता, केसी मौर्य, डा.विदुला दिलीप, देवेश मिश्र, चंद्र प्रकाश मिश्र, रजिया सुल्तान, मनोजानंद, कपालेश्वर, सुशील कुमार केसरवानी, राजेश श्रीवास्तव, रमाकांत शर्मा, अंबरीश श्रीवास्तव, अशोक जैन, डा. पृथ्वीनाथ पांडेय को गंगा गौरव सम्मान से नवाजा गया। संस्था के महासचिव अवधेश गुप्ता ने सभी को स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्रम देकर सम्मानित किया। पूजन, आरती, भजन एवं प्रसाद वितरण के बाद कवि सम्मेलन शुरू हुआ। इसमें वाराणसी से आए कवि सलीम शिवालवी ने रचना पढ़ी 'ऐ मां तेरी गरिमा कभी खोने नहीं देंगे, तेरे जल में किसी को गंदगी धोने नहीं देंगे'। मैनपुरी से आए कवि सतीश मधुप की कविता 'केसरिया पावक सा पावन अग्नि नहीं झुकने देना, हरा रंग हरियाली वाला चक्र नहीं रुकने देना, मां की चादर श्वेत वर्ण की इस पर दाग न लग जाए, मंदिर-मस्जिद के झगड़े में ध्वज मत झुकने देना' का तालियों से स्वागत किया गया।
बिहार से आए कवि शंकर कैमूरी ने अपनी रचनाओं से सबका मन मोह लिया। युवा गीतकार शैलेंद्र मधुर ने 'कुंभ यहां पर लगता है तो तंबू तनते हैं, यहीं के पावन जल से सारे तीरथ बनते हैं, यहां मिट्टी बस जाती है सांसों और अंगुलियों में आ परदेशी तुम्हें घुमाऊं अपने शहर की गलियों में' सुनाकर वाहवाही लूटी। रुद्राक्ष बदायूनी, जनकवि प्रकाश, बिहारी लाल अंबर, विनय शर्मा बागी, रोहित त्रिपाठी, नेहा वर्मा, आभा श्रीवास्तव, रमाकांत शर्मा ने भी काव्य पाठ किया। लाल प्रताप सिंह ने आभार ज्ञापन किया। सुरेश चंद्रा, प्रमोद पांडेय, लाल जी यादव, मिठाईलाल, संजय मेहरोत्रा, अजय शास्त्री आदि उपस्थित थे।