करछना में तनाव, आरएएफ तैनात
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : करछना में अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव और उनके स्कूल प्रबंधक भाई बृजेश की ह
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : करछना में अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव और उनके स्कूल प्रबंधक भाई बृजेश की हत्या के बाद खासा तनाव है। परिजन पुलिस के रवैये से आक्रोशित हैं। दोनों की हत्या के पीछे ऊपरी तौर पर भले ही बच्चों का झगड़ा सामने आया है मगर असल वजह जमीन की अदावत है। जमीन की खुन्नस में दोनों पक्ष कई बार सामने आते रहे मगर पुलिस तमाशबीन बनी रही। यही वजह है कि पुलिस को लेकर बृजेश व राजेश के परिजनों में खासा गुस्सा है। एहतियातन इलाके में रैपिड एक्शन फोर्स तैनात कर दी गई है।
राजेश व बृजेश का पड़ोस में रहने वाले सतराज व उसके पुत्र अभयराज से एक जमीन को लेकर लंबे अरसे से विवाद चल रहा था। दोनों पक्ष अक्सर किसी न किसी बहाने से टकराते रहे। बुधवार को नफरत की उसी चिंगारी ने शोले का रूप धर लिया। सतराज के परिजनों का कहना है कि आरोपियों को सपा के एक बड़े नेता का वरदहस्त है। इसी वजह से कई बार शिकायत के बावजूद पुलिस ने आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। शाम को जब राजेश और बृजेश पर हमला किया गया तब भी पुलिस आरोपियों को पकड़ने की जगह के बजाय दोनों को मेडिकल के फेर में फंसाए हुए थी। पुलिस को लेकर भारी गुस्से और मोहल्लेवालों के आक्रोश के चलते क्षेत्र में एक कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स तैनात कर दी गई है।
अस्पताल से शव लेकर घर निकल गए परिजन
रामबाग इलाके के एक निजी अस्पताल में राजेश और बृजेश को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया तो पुलिस के रवैये से नाराज परिजन दोनों का शव लेकर घर निकल पड़े। पुलिसकर्मी दोनों का शव तलाशते रहे। जब उनको यह पता चला कि परिजन शव लेकर घर पहुंच गए तो आनन-फानन में पुलिस अधिकारी उनके घर पहुंचे। वहां भारी तनाव देखते हुए कई थानों की फोर्स और आरएएफ मंगाई गई। देन रात तक पुलिस अधिकारी परिजनों को समझाकर शव को कब्जे में लेने की कोशिश करते रहे। वह न तो किसी के खिलाफ तहरीर देने के लिए तैयार थे, न ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने को।
थाने से दस कदम के फासले पर वारदात
करछना का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जहां पर यह वारदात हुई वह से थाने और तहसील की दूरी महज दस कदम की है। उसके बावजूद पुलिस हत्यारों को नहीं पकड़ सकी। स्थानीय लोगों का कहना है कि बृजेश और राजेश को पुलिस ने जब मेडिकल के लिए भेजा उसके कुछ ही देर बाद गोलियां तड़तड़ाने लगी मगर पुलिस ने इसके बाद भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया। हालांकि इस संबंध में क्षेत्राधिकारी करछना राधेश्याम राय का कहना है कि अभी बृजेश व राजेश के परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी है । मामले की छानबीन की जा रही है। जल्द ही हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।