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तो लाखों किसान सब्सिडी से होंगे वंचित

जासं, इलाहाबाद : पारदर्शिता की कमी से किसान पारदर्शी योजना खटाई में पड़ गई है। लगभग साढ़े पांच लाख कि

By Edited By: Published: Thu, 26 Feb 2015 07:13 PM (IST)Updated: Thu, 26 Feb 2015 07:13 PM (IST)
तो लाखों किसान सब्सिडी से होंगे वंचित

जासं, इलाहाबाद : पारदर्शिता की कमी से किसान पारदर्शी योजना खटाई में पड़ गई है। लगभग साढ़े पांच लाख किसानों में से अभी तक सिर्फ 25 हजार का ही रजिस्ट्रेशन हो पाया है। एक अप्रैल से उन्हीं किसानों को सब्सिडी की सुविधा मिलेगी, जिनका रजिस्ट्रेशन होगा। यानी लाखों किसान इस सुविधा से वंचित रह जाएंगे। इसको लेकर विभागीय अधिकारियों की नींद भी उड़ी हुई है।

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गैस सब्सिडी की तरह अब किसानों को भी मिट्टी की जांच, कृषि यंत्रों, बीज, खाद व कृषि रक्षा रसायनों आदि पर ऑनलाइन सब्सिडी मिलेगी। इसके लिए शासन ने 'किसान पारदर्शी योजना' की शुरुआत की है। मंशा यही है कि ज्यादा से ज्यादा किसान इससे लाभान्वित हों। योजना को शुरू हुए एक महीने से ज्यादा बीत चुके हैं, बावजूद इसके अभी तक लगभग 25 हजार किसानों का रजिस्ट्रेशन ही हो पाया है। वह भी तब जब परेड मैदान पर लगे किसान मेले में भी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया दोहराई गई। इसके पीछे रजिस्ट्रेशन का काम देख रही एजेंसी की कमी बताई जा रही है।

जनपद में किसानों की संख्या पांच लाख बयालीस हजार है। यानी अभी एक चौथाई किसान भी आवेदन नहीं कर पाए हैं। शेष बचे एक महीने में लाखों किसानों का रजिस्ट्रेशन कैसे हो पाएगा, यह सोचने वाली बात है। इसका खामियाजा भुगतेंगे किसान। जिला कृषि अधिकारी अतींद्र सिंह कहते हैं कि रजिस्ट्रेशन का कार्य काफी धीमा है। इसको लेकर एजेंसी के अधिकारियों से बात की जाएगी। उन्होंने बताया कि अब एक ही विकल्प बचा है कि एजेंसी के लोग ग्राम पंचायत स्तर पर जाकर किसानों का रजिस्ट्रेशन करें जिससे कि वे सब्सिडी का लाभ पा सकें।

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ऐसे हो रहा पंजीकरण

इलाहाबाद : किसानों को रजिस्ट्रेशन कराने के लिए सबसे पहले टोल फ्री नंबर 18002001050 पर काल करना होगा। किसान जब इस नंबर पर फोन मिलाएंगे तो दो ¨रग बजने के बाद फोन कट जाएगा। इसके बाद किसान के मोबाइल पर काल बैक कर नाम पता व ब्लाक की जानकारी ली जाएगी। फोन का काम यहीं तक, इसके बाद किसान को बैंक पास बुक, खतौनी व आइडी प्रूफ की फोटो स्टेट कॉपी को राजकीय कृषि भंडार या ब्लाक में जमा करनी होगी। इसके बाद किसान का रजिस्ट्रेशन होगा जिसकी जानकारी उसके मोबाइल पर मैसेज के माध्यम से दे दी जाएगी। यही नहीं मोबाइल पर मौसम की पूरी जानकारी भी अपडेट होती रहेगी। मसलन कब बारिश होगी, कब नहीं। किस मौसम में कौन सी फसल बोएं। कब सिंचाई करें, कब खाद डालें। फसलों में लगने वाले रोगों को लेकर भी मोबाइल पर मैसेज के माध्यम से बचाव के उपाय बताए जाएंगे।


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