पर्यटन की अपार संभावनाएं
राजकुमार श्रीवास्तव, इलाहाबाद : संगम नगरी को स्मार्ट सिटी बनाने में मददगार अमेरिका की तीन सदस्यीय टी
राजकुमार श्रीवास्तव, इलाहाबाद : संगम नगरी को स्मार्ट सिटी बनाने में मददगार अमेरिका की तीन सदस्यीय टीम गुरुवार को संगम की छटा और यहां का विहंगम दृश्य देख अभिभूत रह गई। सदस्यों ने शहर में पर्यटन की अपार संभावनाएं जताई। कहा कि यहां प्राकृतिक और मानव संसाधन बेहतरीन है, जो पर्यटन के लिहाज से बहुत ही उपयोगी साबित होगा।
सदस्य किलाघाट पहुंचे तो साइबेरियन पक्षियों की चहचहाहट से उनका स्वागत हुआ। इस नजारे को सदस्यों ने मोबाइल कैमरे में कैद किया। इसके बाद मोटर बोट से संगम के समीप गंगा की सफाई कर रही केरल से आई फ्लोटिंग ट्रैस स्कीमिंग मशीन का भी काम देखा। वहां से लौटने के बाद इलाहाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा नए यमुना पुल से पुराने यमुना ब्रिज तक रिवर फ्रंट डेवलपमेंट साइट देखने पहुंचे। अंत में नैनी स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का भी सदस्यों ने जायजा लिया। सदस्यों में यूएस-इंडो बिजनेस काउंसिल की कंट्री डायरेक्टर निवेदिता मेहरा, निदेशक ऊर्जा डेनियल फेरिल और यूएस इंडो के प्रतिनिधि नॉयल्टी शेरायड शामिल रहे ।
सदस्यों ने 'दैनिक जागरण' से बातचीत में कहा कि सितंबर 2014 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच इलाहाबाद, अजमेर और विशाखापत्तनम को स्मार्ट सिटी बनाने का समझौता हुआ। इन शहरों में स्मार्ट सिटी के लिए आवश्यक संभावनाएं तलाशने के लिए यहां आने से पूर्व अजमेर और विशाखापत्तनम का दौरा करने का सभी को अवसर मिला। सदस्यों ने माना कि अजमेर और विशाखापत्तनम की तुलना में यह शहर बहुत अच्छा है। यहां पर्यटन उद्योग की असीम संभावनाएं हैं। हालांकि, संसाधनों को विकसित करने के लिए बजट को एक चुनौती माना।
सदस्यों का कहना था कि स्मार्ट सिटी में मदद के लिए विभिन्न क्षेत्रों मसलन उद्योग, शिक्षा, रक्षा, वित्तीय, कंज्यूमर गुड्स, स्वास्थ्य, आइटी और इंजीनिय¨रग तकनीक के लिए नामचीन अमेरिकी कंपनियां आइबीएम, सिस्को, जीई, यूटीसी, प्रॉक्टर एंड गैंबल आदि निवेश के मद्देनजर यहां आएंगी। निवेश के लिहाज से भी यह सुंदर स्थान है। निरीक्षण के दौरान एडीए सचिव अमरनाथ उपाध्याय, अपर नगर आयुक्त वंदना त्रिपाठी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अरुण, मुख्य अभियंता प्राधिकरण आरएन सिंह आदि मौजूद थे।