'कद' छोटे, काम करामाती
संजय कुशवाहा, इलाहाबाद : किसी दार्शनिक ने कहा है इंसान परिस्थितियों का दास होता है। यमुनापार के दर्ज
संजय कुशवाहा, इलाहाबाद : किसी दार्शनिक ने कहा है इंसान परिस्थितियों का दास होता है। यमुनापार के दर्जनों गावों के लोगों पर भी यह बात लागू होती है। इन गांवों में न पीने को स्वच्छ पानी है, न रोजी है और न रोजगार है। पर इन्हीं परिस्थितियों के बीच कुछ किशोरों और बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता और शिक्षा को अपना मिशन बना लिया है। बेशक कदम छोटे हैं पर असर दूरगामी है। एक साल पुरानी जलाई गई इस लौ की रोशनी क्षेत्र के सैकड़ों बच्चों और लोगों को आलोकित कर रही है। ये बच्चे स्वच्छता अभियान चला रहे हैं, पौधे रोप रहे हैं और अनपढ़ व गरीब बच्चों और बुजुर्गो को अक्षर दान भी दे रहे हैं। छोटे-छोटे बच्चों और किशोरों के ये क्लब यमुनापार में चर्चा के विषय बन गए हैं।
यमुनापार में इस मुहिम के बीज एक साल पूर्व मेजा के पिपरांव गांव में प्रगतिवाहिनी नामक संस्था द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में पड़े। इस कार्यक्रम को देखने पहुंचे चंदन कुमार के बाल मन पर कार्यक्रम में दी गई पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता अभियान और शिक्षा की बातें गहरा छाप छोड़ गई। फिर क्या था, उसने शिक्षा के साथ स्वच्छता और पर्यावरण को अपना मिशन बनाने का फैसला कर लिया। स्कूल में पढ़ने वाले अपने अन्य सहपाठियों से बात की और बना डाला क्लब। 'आदर्श युवा क्लब' में एक दर्जन से ज्यादा सदस्य हैं जो अब गांव के बच्चों को पढ़ाने के साथ ही साथ स्वच्छता और पर्यावरण के मिशन को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं। इन बच्चों ने आपस में चंदा इकट्ठा कर खेलकूद के सामान, स्वच्छता के लिए जरूरी सामान और पौधे खरीदकर आसपास के गांवों में मुहिम छेड़ दी। स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करना। पौधे रोपने के लिए प्रेरित करना और अशिक्षित लोगों को पढ़ाई के प्रति प्रेरित करना शुरू कर दिया। पौधे रोपे, कक्षाएं चलाई। धीरे-धीरे इस मुहिम ने रंग लाना शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों का समर्थन भी मिलने लगा। इसी क्लब से जुड़े आशीष के पिता दशरथ पत्थर तोड़ते हैं। आशीष का कहना है कि वह पढ़ लिखकर खुद की किस्मत तो संवारेगा ही साथ ही अपने जैसे दूसरे बच्चों को भी मदद देगा। क्लब के मनोज कुमार, नंद कुमार, राकेश कुमार, भारत सिंह, हेमराज, शंकर सहित अन्य छात्र भी इस मिशन में लगे हुए हैं।
इसी तरह शंकरगढ़ के पुरे बघेल गावं में 'स्टूडेंट क्लब' भी शिक्षा और पर्यावरण के मिशन को लेकर आगे बढ़ रहा है। क्लब के अध्यक्ष विनयराज बताते हैं कि गांव में सुबह उठकर सदस्यों द्वारा सफाई अभियान चलाया जाता है। लोगों को जागरूक किया जाता है। समय समय पर पौधरोपण का कार्यक्रम भी चलता है। इस क्लब के कारण गांव में ऐसे बच्चे जो शिक्षा का मतलब नहीं जानते थे, वे भी अब क ख ग जानने लगे हैं। कक्षा 11 के छात्र और क्लब के सदस्य भारत सिंह की इच्छा शिक्षक बनने और अपने क्षेत्र में ही शिक्षा की मुहिम चलाने की है।