बाबू चला रहे डीआइओएस कार्यालय
-केस एक : क्रांस्थवेट गर्ल्स इंटर कालेज की शिक्षिका रंजना सिंह पिछले वर्ष हैंडपंप टीम के साथ फैजाबा
-केस एक : क्रांस्थवेट गर्ल्स इंटर कालेज की शिक्षिका रंजना सिंह पिछले वर्ष हैंडपंप टीम के साथ फैजाबाद गई थीं। व्यय के संबंध में उन्हें 15 अक्टूबर 2013 को डीआइओएस कार्यालय से 9740 रुपये का चेक निर्गत हुआ, जो बाउंस हो गया, दूसरे चेक के लिए अर्जी दी, डीआइओएस से मिलीं, लेकिन मामला अधर में है।
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-केस दो : सर्वोदय शिक्षा सदन इंटर कालेज भीरपुर के शिक्षक हरिश्चंद्र मिश्र प्रोन्नत वेतनमान के लिए छह माह से डीआइओएस कार्यालय भटक रहे हैं, लेकिन उनके मामले का निस्तारण नहीं हुआ। फाइल बढ़ाने के लिए बाबू पैसा मांगते हैं, डीआइओएस से मिलने का प्रयास किया परंतु वह नहीं मिले।
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-केस तीन : वित्त नियंत्रक शिक्षा निदेशालय इलाहाबाद द्वारा 27 अक्टूबर 2014 को जनपद में अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक से संबंद्ध प्राइमरी अध्यापकों के जीपीएफ कटौती के लिए कुछ सूचनाएं मांगी। तीन माह बीतने के बावजूद उसे नहीं दिया गया। इससे शिक्षकों को वेतन समय पर नहीं मिल पा रही।
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-अधिकारियों के बैठने का कोई समय नहीं
-दफ्तर में फाइलों का अंबार, फरियादी परेशान
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : यह हाल कहीं और का नहीं, बल्कि जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का है। जहां एक पखवाड़े से अधिकारियों के बैठने को कोई तय समय नहीं है। मन हुआ तो कार्यालय पहुंचे, नहीं हुआ तो नहीं गए। इससे कार्यालय पर फाइलों अंबार लग गया है पर अधिकारी उससे बेखबर हैं। स्थिति यह है कि 25 अध्यापकों ने अपने बेटे-बेटियों की शादी के लिए जीपीएफ से अग्रिम धन प्राप्त करने के लिए महीनों से प्रार्थना पत्र दिया है, परंतु उसका चेक अभी तक नहीं मिला। कुछ बाबुओं के संपर्क में आकर काम कराने के लिए पैसा भी दे चुके हैं, लेकिन काम नहीं हुआ। वहीं डीआइओएस कोमल यादव का कहना है मेरे कार्यालय में न बैठने का आरोप निराधार है, कुछ लोग अपना हित पूरा करवाने के लिए अनर्गल आरोप लगा रहे हैं।
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डीआइओएस व अन्य अधिकारियों के कार्यालय में न बैठने से स्थिति काफी खराब हो गई है। मैंने स्वयं कई बार डीआइओएस से मिलने का समय मांगा, परंतु मुलाकात नहीं हो पायी।
-लालमणि द्विवेदी, प्रदेश मंत्री एवं जिलाध्यक्ष उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुराई गुट
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डीआइओएस कार्यालय भ्रष्टाचार का केंद्र है। वहां शिक्षकों से खुलेआम उगाही होती है, जिसके लिए डीआइओएस जिम्मेदार हैं। स्थिति न सुधरी तो पुरजोर विरोध होगा।
-अजय कुमार सिंह, प्रांतीय सदस्य उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट