अब फिर कसेगा आचार संहिता का शिकंजा
जासं, इलाहाबाद : छात्रसंघ चुनाव खत्म हो गया है। यह दौर खत्म होते ही हार-जीत के कयासों का सिलसिला तो
जासं, इलाहाबाद : छात्रसंघ चुनाव खत्म हो गया है। यह दौर खत्म होते ही हार-जीत के कयासों का सिलसिला तो थम गया है, पर चुनाव के दौरान आचार संहिता को तार-तार करने वालों की धड़कनें अब और तेज होने वाली है। चुनाव अधिकारी अगले दो हफ्तों में ऐसे प्रत्याशियों को नोटिस थमाने की तैयारी में हैं। साथ ही सभी प्रत्याशियों को चुनाव खर्च का ब्योरा भी अनिवार्य रूप से 15 दिन में देना होगा।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव लिंगदोह समिति की सिफारिशों के आधार पर हुए। इसमें आचार संहिता तोड़ने वालों का निर्वाचन निरस्त करने एवं अन्य कार्रवाइयों का प्रावधान किया गया है। चुनाव की घोषणा के बाद से ही इसकी निगरानी विवि प्रशासन ने शुरू कर दी थी। साथ ही बीच-बीच में प्रत्याशियों को अल्टीमेटम तक दिया गया। प्रत्याशियों ने इसको धता बताते हुए पंपलेट बांटना, होर्डिग्स, बैनर, लग्जरी गाड़ियों से चुनाव प्रचार एवं वाहनों में लाउडस्पीकर बांधकर प्रचार किया। चुनाव के नामांकन एवं मतदान के दिन तो नियमों की जमकर धज्जियां उड़ी।
चुनाव अधिकारी डा. नरेंद्र कुमार शुक्ल ने उस समय कहा कि अभी चुनाव शांतिपूर्ण हो जाने दें। चुनाव के बाद आचार संहिता तोड़ने वालों पर कार्रवाई होगी। उसी के अनुरूप तैयारी चल रही है। विवि परामर्शदात्री समिति के अध्यक्ष प्रो. जीके राय ने बताया कि सभी प्रत्याशियों को अपने खर्च का ब्योरा देना होगा। यह प्रक्रिया 15 दिन में पूरी हो जानी है। उसके बाद आचार संहिता उल्लंघन मामलों पर कार्रवाई होगी। बोले, पूर्ण छात्रसंघ बनाने पर एक सप्ताह में कार्रवाई पूरी करने का लक्ष्य रखा है।