हर तरफ अभ्यर्थियों का रेला
इलाहाबाद : रविवार को शहर में तीन परीक्षाएं होने के कारण बड़ी संख्या में अभ्यर्थी उमडे़, जिसके चलते उनका लगभग हर जगह कब्जा रहा। सड़कों, टेंपो, चायपान की दुकानों से स्टेशन व बस अड्डे अभ्यर्थियों से ठसाठस भरे रहे। इलाहाबाद सिटी, जंक्शन, प्रयाग स्टेशन पर घर लौटने वाले अभ्यर्थियों की भारी भीड़ रही। यहां ट्रेनों में बैठने के लिए उनको कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। अभ्यर्थियों की भीड़ के चलते दशहरा अवकाश में घर व रिश्तेदारों के यहां जाने वाले यात्रियों को दिक्कत हुई। सुपरफास्ट ट्रेनों के स्लीपर कोचों में ठसाठस भीड़ रही। खासतौर से शाम को जाने वाली ट्रेनों में। आरक्षित बोगी में मुसाफिरों को बैठकर यात्रा करनी पड़ी। एक-दो ट्रेनों में अभ्यर्थियों और यात्रियों में विवाद भी हुआ। सबसे ज्यादा दिक्कत महिलाओं को हुई।
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कई ट्रेनें हुई विलंबित
इलाहाबाद : जीआरपी-आरपीएफ के जवानों द्वारा अभ्यर्थियों का रेला संभाले नहीं संभला। अभ्यर्थियों ने बैठने की जगह नहीं मिलने पर ट्रेनों को चेन पुलिंग कर रोक दिया। इससे इलाहाबाद जंक्शन, सिटी स्टेशन, प्रयाग, फाफामऊ से होकर गुजरने वाली लगभग सभी ट्रेनें विलंबित रहीं। इसमें लखनऊ, वाराणसी, फैजाबाद, गोरखपुर जाने वाली ट्रेनें शामिल रहीं।
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बसों का हाल भी रहा खराब
इलाहाबाद : बस अड्डों पर भी अभ्यर्थियों की भीड़ रही। इसके चलते आसपास के शहरों का रुख करने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस सप्ताह छुंिट्टयों का लाभ उठाने के उद्देश्य से अधिकांश लोग प्रतापगढ़, जौनपुर, मिर्जापुर में रहने वाले अपने सगे संबंधियों से मिलने निकले। लेकिन बसों में जगह नहीं मिली। जो भी बस आती अभ्यर्थी उसमें बैग, अंगोछा, रूमाल फेंककर सीट पर कब्जा कर लेते। बसों के दरवाजों पर लटक जाते। घंटों परेशान होने के बावजूद सीट नहीं मिलने के कारण मुसाफिरों ने वापस लौटने में ही भलाई समझी। हालांकि कुछ लोगों ने भीड़ में पिसते गंतव्य का रुख किया।