टै्रक दोहरीकरण में गंगा पुल रोड़ा
जागरण सवांददाता, इलाहाबाद : इलाहाबाद-फाफामऊ रेलखंड के दोहरीकरण में गंगापुल सबसे बड़ा रोड़ा दिख रहा है। इसके चलते यात्रियों को वाराणसी से इलाहाबाद के बीच की त्वरित यात्रा में अभी विलंब है। प्रयाग स्टेशन से आगे की ओर सिंगल ट्रैक के बगल दोहरीकरण के लिए मिंट्टी भी डाली जा रही है। कार्य पूरा होने में दो वर्ष लगने की संभावना जताई जा रही।
एकल टै्रक होने के कारण इलाहाबाद से जंघई-वाराणसी, इलाहाबाद-ऊंचाहार-लखनऊ, इलाहाबाद-प्रतापगढ़-फैजाबाद की ट्रेनें घंटों अप व डाउन दिशा में विलंबित होती हैं। तीनों ओर से ट्रेनें आकर फाफामऊ स्टेशन या आऊटर सिगनल पर काफी समय तक खड़ी रहती हैं। ट्रेनों को समय से चलाने के लिए ही टै्रक डबलिंग की योजना है।
इलाहाबाद जंक्शन से फाफामऊ तक डबल लाइन 12.9 किमी पर काम होना है।इसके लिए 93 करोड़ 74 लाख 69 हजार का बजट स्वीकृत हुआ था। नई लाइन के लिए मिट्टी डालने का काम शुरू हो गया है। लेकिन कार्य की गति मंद चल रही है। सबसे ज्यादा दिक्कत गंगा पुल पर लाइन का निर्माण की है। पुल पर ट्रेनों के आवागमन के चलते दूसरा ट्रैक बिछाने में समस्या आ रही है। रेलवे अफसरों का मानना है कि मिंट्टी डालने से लेकर ट्रैक नापने का कार्य चल रहा है। इलेक्ट्रिफिकेशन के चलते कार्य विलंबित हो गया है। उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के सीनियर डीसीएम अश्वनी श्रीवास्तव का कहना है कि इलाहाबाद से वाराणसी तक टै्रक दोहरीकरण किया जाना है। वाराणसी से जंघई की ओर कार्य चल रहा है।