किराना व्यवसायी ने फांसी लगाकर जान दी
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : कर्नलगंज क्षेत्र के मम्फोर्डगंज मुहल्ला निवासी किराना व्यवसायी विजय कुमार केसरवानी (30) ने मंगलवार की देर रात फांसी लगाकर जान दे दी। बताया जाता है कि विजय ने घरेलू कलह से तंग आकर यह आत्मघाती कदम उठाया। राजकीय मुद्रणालय में सुपरवाइजर के पद से सेवानिवृत्त सुरेश केसरवानी के दो पुत्रों में छोटा विजय घर में ही किराने की दुकान चलाता था। दो साल पहले उसकी शादी शीलू नामक युवती से हुई थी। तीन महीने पहले दोनों का एक पुत्र हुआ तो घर का खर्च बढ़ गया। विजय की आमदनी कम थी। घर का खर्च बढ़ने पर परिवार में कलह होने लगी। विजय इस बात से खिन्न रहा करता था। मंगलवार की रात जब परिवार के सभी सदस्य सो गए तो वह घर की तीसरी मंजिल पर गया और पंखे के चुल्ले से नायलॉन की रस्सी के सहारे फांसी लगा ली। सुबह परिजनों ने विजय को आवाज दी। कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई तो वह तीसरी मंजिल पर बने कमरे में गए। खिड़की से झांककर देखा तो विजय का शव पंखे से लटक रहा था। घटना की सूचना कर्नलगंज पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
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फंदे पर लटकी युवती ने दम तोड़ा
धूमनगंज के राजरूपपुर मुहल्ले में एक सप्ताह पहले फांसी लगाने वाली युवती ने मंगलवार की रात उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। उसे स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कौशांबी जिले के सरायअकिल इलाके की रहने वाली सोमा द्विवेदी (34) का पति सरोज कुमार द्विवेदी राजरूपपुर में पान की गुमटी लगाता है। पति-पत्नी अपने बच्चों के साथ 60 फिट रोड पर कमलाकांत मिश्र के घर किराए का कमरा लेकर रहते थे। सोमा और सरोज के बेटे ने दस सितंबर को मकान मालिक की पानी की टंकी का ढक्कन खोलकर पानी गिरा दिया था। इस बात से तैश में आकर मकान मालिक की पत्नी ने बच्चे की पिटाई कर दी थी। यह बात सोमा को पता चली तो उसका मकान मालिक की पत्नी से विवाद हो गया था। उसके बाद उसने अपने कमरे में फांसी लगा ली थी। अचानक पति की नजर उस पर पड़ी तो उसने फंदे से उतारा और स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया था। एक सप्ताह तक चले उपचार के बाद सोमा की सांसें थम गई।