बाजारवाद से मीडिया भी अछूता नहीं: चतुर्वेदी
जासं, इलाहाबाद: समाज का हर वर्ग बाजारवाद की गिरफ्त में है। ऐसे में भला मीडिया भी कैसे अछूता रह सकता है। ये बातें बाजारवाद की गिरफ्त में मीडिया विषय पर विज्ञान परिषद सभागार में कर्नाटक के पूर्व राज्यपाल टीएन चतुर्वेदी ने कही। डा. रामकुमारी मिश्र स्मृति व्याख्यानमाला के अंतर्गत उक्त कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार के विक्रम राव ने आधुनिक पत्रकारिता में धन-बल के बढ़ते प्रभाव पर चिंता व्यक्त की। कहा कि पत्रकारिता कभी मिशन हुआ करती थी लेकिन आज यह कारपोरेट घरानों के स्वार्थसिद्धि का साधन बन गई है। कुमार सभा पुस्तकालय कलकत्ता के अध्यक्ष डा. प्रेम शकर त्रिपाठी ने पत्रकारों से अपील की कि कबीर की वाणी को अपना आदर्श बनाएं जिसमें उन्होंने कहा था 'ना काहू से दोस्ती, ना काहू से बैर'।
इस अवसर पर डा. शिवगोपाल मिश्र द्वारा लिखित पुस्तक 'निराला एक दृष्टि अनेक' का लोकार्पण भी किया गया। कार्यक्रम में डा. प्रभाकर द्विवेदी, डा.विभा मिश्र, धनंजय चोपड़ा, प्रो.हनुमान तिवारी, देवव्रत द्विवेदी, महावीर बजाज, डा.पीसी गुप्ता, डा. एसएस कपूर, डा. अर्चना पांडेय आदि उपस्थित थे।