विधायक के भतीजे का पता नहीं
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : शहर दक्षिणी के विधायक हाजी परवेज उर्फ टंकी के भतीजे गुफरान का रविवार को भी पता नहीं चला सका। पुलिस उसके मोबाइल को सर्विलांस पर लगाकर ट्रेस करती रही लेकिन कोई लोकेशन नहीं मिली। इसके बाद परिवार के दो सदस्य गुफरान की तलाश में मुंबई रवाना हो गए। जहां उसके घर लौटने का इश्तिहार छपवाएंगे।
वहीं पुलिस ने इस मामले में आरोपी मौलाना गनी खान से कड़ाई से पूछताछ की तो पता चला कि उसे घोड़े की रेस में पैसा लगवाने पर चार प्रतिशत कमीशन मिलता था। मुंबई का एक ब्रोकर उसे कमीशन देता था। इसके लालच में आकर गनी खान इससे पहले भी कई रईस युवाओं को मुंबई ले जाकर घोड़े की रेस में पैसा लगवाता था। पुलिस मौलाना के नागरिकता की भी जांच कर रही है। पश्चिम बंगाल में जो पता बताया गया है। उसे वहां की पुलिस के जरिए खंगाला जा रहा है। पुलिस को गनी खान की नागरिकता पर संदेह है। बहरहाल विधायक के भतीजे का मामला होने के कारण पुलिस गनी खान से उसके अन्य साथियों के बारे में पूछताछ करते हुए गुफरान की हर स्तर पर तस्दीक कर रही है। बताते चलें कि गुफरान 17 अगस्त को व्यापार के सिलसिले में घरवालों को बंगलुरू बताकर निकला था। पर कई दिन बाद जब उसका मोबाइल बंद मिला तो वह परेशान हो गए। इस पर मामले की जांच की गई तो पता चला कि गुफरान रोशनबाग में रहने वाले मौलाना गनी खान के साथ गया था। वह लौट आया लेकिन गुफरान नहीं आया। गुफरान ने लाखों रुपये भी खर्च कर डाले हैं। मामले में शनिवार दोपहर से शाम तक खुल्दाबाद थाने में कई घंटे पंचायत चली और हंगामा हुआ।