मुनीर गैंग की सुरागरसी में जुटे मुखबिर
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : गार्ड की हत्या कर बैंक के 34 लाख रुपये लूटने की वारदात में पुलिस का फोकस फ
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : गार्ड की हत्या कर बैंक के 34 लाख रुपये लूटने की वारदात में पुलिस का फोकस फिलहाल कुख्यात मुनीर गैंग पर है। दरअसल, तीन बदमाशों ने जिस तरह घटना को अंजाम दिया है, वो तरीका मुनीर गैंग की पूर्व की घटनाओं से मेल खा रहा है। मुनीर फिलहाल तिहाड़ जेल में है, इसलिए पुलिस इस गैंग के बाकी सदस्यों की जानकारी जुटा रही है। पता ये भी चला मुनीर के स्थानीय गैंग से गहरे संबंध रहे हैं। कुछ वारदातों में दोनों गैंग साथ भी रहे। मुनीर को दबोचने वाली एसटीएफ अब स्थानीय गैंग की सुरागरसी भी कर रही है। बताते हैं कि गैंग के दो सदस्यों से पूछताछ हो चुकी है, मगर ठोस जानकारी नहीं मिल सकी। अब मुखबिरों की मदद से जानकारी जुटाई जा रही है।
मुनीर गैंग ने 29 नवंबर-14 को दोस्त आशुतोष मिश्रा के साथ मिलकर दिल्ली में सिटी बैंक के एटीएम से गार्ड सत्येंद्र की हत्या कर डेढ़ करोड़ लूटे थे। 28 दिसंबर- 15 में धामपुर में भी इस गैंग ने गार्ड को गोली मारकर कैशवैन से 91 लाख की लूट की। लखनऊ में इस गैंग ने इसी तरह की तीन वारदातों को अंजाम दिया। शहर में भी वर्ष 2014 में इंडसइंड बैंक रामघाट रोड के कर्मचारी वरुण की मुखबिरी पर मुनीर व आशुतोष ने मीनाक्षी पुल के पास गार्ड को गोली मारकर 34 लाख रुपये बैंक कैश लूटा था। इस घटना के महीने भर बाद ही रेलवे रोड पीएनबी के सामने से कैश वैन से 31 लाख रुपये लूटे गए। इन घटनाओं को देखते हुए पुलिस को इस गैंग पर शक गहरा रहा है। एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव का कहना है कि घटना में शामिल गैंग का जल्द पर्दाफाश किया जाएगा।
तय नहीं हुई लूटी गई रकम
धनीपुर मंडी पर कैश वैन से बदमाशों ने कितनी रकम लूटी? इस सवाल का सटीक जवाब पांचवें दिन भी पुलिस को नहीं मिल सका। बैंक अफसर भी ज्यादा जानकारी नहीं दे पा रहे हैं। हालांकि, लूटी गई रकम जो दर्ज कराई गई है, वो 34 लाख है। इसमें भी अभी संशय है। पुलिस नौ लाख रुपये की लूट मान रही है। क्योंकि जो बैग लूटा गया था, उसमें इतने ही रुपये थे।
कोर्ट में आज पेश होगा मुनीर
अलीगढ़ में हत्या, लूट के कई मामलों में आरोपी कुख्यात मुनीर को दिल्ली पुलिस शनिवार को कोर्ट में पेश करेगी। मुनीर एनआइए अफसर तंजील अहमद समेत कई अन्य मुकदमों में तिहाड़ जेल में बंद है। मुनीर की पेशी पर स्थानीय पुलिस भी नजर रखे है। हालांकि, बिना कोर्ट की अनुमति के उससे पूछताछ नहीं की जा सकती।