बिन किताबों के दी अर्द्धवार्षिक परीक्षा
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : सरकारी स्कूलों में बिना किताबों के एक सत्र परीक्षाएं हुईं, अब अर्द्धवार्ष
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : सरकारी स्कूलों में बिना किताबों के एक सत्र परीक्षाएं हुईं, अब अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं शुरू करा दी गई हैं। फिलहाल दूसरी सत्र परीक्षा और वार्षिक परीक्षा होनी हैं। अभी भी बच्चों को बंटने के लिए करीब सात लाख किताबें आना बाकी हैं। बेसिक शिक्षा परिषद के नियमानुसार साल में दो सत्र परीक्षाएं, अर्द्धवार्षिक परीक्षा और वार्षिक परीक्षा कराई जाती हैं। एक सत्र परीक्षा और अर्द्धवार्षिक परीक्षा बिना किताबों के कराकर विभाग की पहले ही किरकिरी हो चुकी है। अब शिक्षा अधिकारी दूसरी सत्र परीक्षा और वार्षिक परीक्षा के पहले किताबों के आने की बाट जोह रहे हैं। वहीं अंदरखाने कुछ शिक्षा अधिकारी इस प्रक्रिया को धन की बर्बादी भी बता रहे हैं। उनका कहना है कि जब बिना किताब ही परीक्षा हो रही हैं तो लाखों, करोड़ों रुपये किताब की छपवाई आदि पर क्यों खर्च किया जा रहा है? शासन को अगले सत्र से समय पर किताब देनी चाहिए। अभी कक्षा एक से लेकर आठ तक के विद्यार्थियों की अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं कराई जा रही हैं, जो 27 अक्टूबर को समाप्त होंगी। बीएसए धीरेंद्र कुमार ने कहा कि परीक्षाएं हो जाने के बाद शासन से बची हुई किताबों को जल्द से जल्द भेजने के लिए पत्र लिखा जाएगा।
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