मुनीर को दबोचने वाले जांबाज सम्मानित
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : एनआइए अधिकारी तंजील अहमद व उनकी पत्नी की हत्या के मुख्य आरोपी मुनीर को दबो
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : एनआइए अधिकारी तंजील अहमद व उनकी पत्नी की हत्या के मुख्य आरोपी मुनीर को दबोचने वाली एसटीएफ के जांबाज सदस्यों को बुधवार को लखनऊ में डीजीपी जावीद अहमद व गृह सचिव देवाशीष पांडा ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। डीजीपी ने दारोगा व तीन सिपाहियों को अपनी तरफ से नगद इनाम भी दिया।
तीन अप्रैल को बिजनौर में हुए तंजील अहमद हत्याकांड में मुनीर का नाम आते ही देश की तमाम सुरक्षा एजेंसी हाथ धोकर उसके पीछे पड़ गई थीं, मगर वह किसी के हाथ नहीं लगा। अलीगढ़ में एसएसपी रहे एसटीएफ के एसएसपी अमित पाठक ने 'ऑपरेशन मुनीर' की जिम्मेदारी हाथरस में तैनात दारोगा अजय कौशल, अलीगढ़ में तैनात सिपाही राकेश यादव, दुर्विजय सिंह व फिरोज खान को सौंपी। चारों उनकी अपेक्षाओं पर खरे उतरे और एक माह बाद ही मुनीर को दबोच लिया। उससे पहले इस टीम ने वहद हत्याकांड के आरोपी 50 हजार के इनामी अतिउल्लाह को भी गिरफ्तार किया था। लखनऊ में एसटीएफ मुख्यालय में हुए समारोह में डीजीपी ने अपनी तरफ से 70 हजार का इनाम दिया। इसमें से 25 हजार दारोगा को व 15-15 हजार तीनों सिपाहियों को मिले। इस मौके पर आइजी एसटीएफ रामकुमार, एसटीएफ एसएसपी अमित पाठक भी मौजूद रहे।
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लखनऊ में पगड़ी पहनाकर घुमाता
एसएसपी अमित पाठक इस कामयाबी से बहुत खुश थे। उन्होंने सम्मानित टीम से कहा, 'आपने जो काम किया है, वह अभूतपूर्व है। मैं तो चाहता था कि चारों को पगड़ी पहनाकर लखनऊ में घुमाऊं, ताकि संदेश जाए कि पुलिस के लिए कोई काम असंभव नहीं है, मगर समय अभाव के कारण ऐसा नहीं कर सका।'