शहर लबालब, पैसा साफ
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : पहली बारिश में शहर के नालों की पोल खुल गई। चारों तरफ पानी से शहर लबालब हो
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : पहली बारिश में शहर के नालों की पोल खुल गई। चारों तरफ पानी से शहर लबालब हो गया। गोविंद नगर में तो नाला टूटने से चारों तरफ पानी ही पानी हो गया। कुछ परिवार अपने रिश्तेदारों के घर पलायन कर गए। वह पानी के बीच किसी तरह से सामान लेकर निकले। लोगों में चर्चा थी शहर लबालब है, नालों की सफाई का पैसा साफ हो गया। पुराने शहर में तो देरशाम तक पानी नहीं निकल पाया था।
शहर में नालों की सफाई का कार्य फरवरी महीने में शुरू हो जाता है। 30 जून तक नाले साफ हो जाने चाहिए। करीब एक महीने पहले हल्की बारिश में ही शहर के प्रमुख जगहों पर जलभराव हो गया था। उसी समय दैनिक जागरण ने नालों की सफाई की पोल खोली थी। करीब 1.50 करोड़ रुपये नालों की सफाई के खर्च होते हैं, मगर बारिश के समय स्थिति बद से बदतर हो जाती है। मंगलवार को तड़के हुई बारिश से यही हाल हुआ। शहर के रघुवीरपुरी, प्रेमनगर, बन्नादेवी, प्रतिभा कॉलोनी, मदारगेट, सुरेंद्र नगर, महेंद्र नगर, गांधी आई हास्पिटल, सौ फुटा रोड, दुर्गा बाड़ी आदि स्थानों पर पानी भर गया।
डीआइओएस कार्यालय पानी से भरा
डीआइओएस कार्यालय के अंदर तक पानी घुस गया, जो देरशाम तक नहीं निकला। शहर के पुराने मुहल्ले में भी यही स्थिति रही। दोपहर तक पानी निकासी नहीं को सकी थी।
मेयर के चढ़े तेवर
सुबह तक पूरा शहर पानी से घिरा हुआ था। मेयर शकुंतला भारती मथुरा नगर पहुंच गई। चारों तरफ पानी ही पानी था। वह खुद जलभराव में उतर आई। रेलवे स्टेशन जाने वालों को काफी दिक्कत हो रही थी। दोपहिया वाहन व रिक्शे बढ़ी मुश्किल से निकल रहे थे। नगर आयुक्त से नाराजगी जताते हुए एक घंटे में जल निकासी के निर्देश दिए।
टीम के साथ पहुंचे नगर आयुक्त
शहर में जलभराव की स्थिति को देखते हुए नगर आयुक्त संतोष कुमार भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने मेयर के साथ कई स्थानों का निरीक्षण किया। प्रमुख स्थानों पर पंप लगाकर पानी निकलवाने के निर्देश दिए।
गोविंद नगर से पलायन शुरू
गोविंद नगर में नाला टूटने से जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। निचले इलाके में पानी भर गया। कई मकानों तक पानी आ गया। कुछ परिवार सामान लेकर अपने रिश्तेदारों के यहां निकल आए। काफी परिवार घरों में कैद थे, दोपहर को पानी कुछ कम हुआ तो वह निकल सकें।
जुमे की नमाज व ईद की चिंता
मानसून एक्सप्रेस की शुरुआत हो चुकी है। बारिश का समय है। अभी थोड़ी बारिश में यह हाल है, तो आगे की स्थिति क्या होगी? जुमा की नमाज व ईद के समय यदि बारिश हो गई तो ऐसी स्थिति में लोगों को दिक्कत हो सकती है।
नाले की नहीं सफाई
नगर निगम भले ही नालों की सफाई का दावा करें, मगर अभी शहर के कई नालों की सफाई नहीं हुई है। किशनपुर क्षेत्र में नगला तिकोना से क्वार्सी-एटा बाईपास रोड को निकल रहे नाले की सफाई नहीं हुई है। वह कूड़े से पूरी तरह से भरा पड़ा है। इसके चलते मंगलवार को नगला तिकोना में पानी भरा रहा।
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गोदाम में हादसा, आठ लाख की क्षति
अलीगढ़ : मंगलवार तड़के हुई तेज बारिश से खैर बाईपास पर टाइल्स के गोदाम की दीवार धराशायी हो गई। 35 फुट लंबी दीवार गिरने से करीब आठ लाख रुपये का नुकसान बताया जा रहा है। देहलीगेट क्षेत्र में खैर बाईपास पर धीरज सारस्वत की विद्या सेनेटरी हाउस नाम से फर्म है। पिछले हिस्से में गोदाम भी बना रखा है। ऊपर आवास है। मंगलवार तड़के हुई तेज बारिश से गोदाम की 12 फुट ऊंची और 35 फुट लंबी दीवार टाइल्स के ऊपर गिर गई। फर्म मालिक ने बताया परिवार के लोग गहरी नींद में सोए हुए थे, इसीलिए उस वक्त हादसे का पता नहीं चल सका। सुबह हादसे की जानकारी हुई।
इंद्रानगर में जलभराव
धनीपुर गांव के इंद्रा नगर में भी बारिश से भीषण जलभराव हो गया। गलियों में पानी भरे होने से निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा। रालोद मंडल उपाध्यक्ष ठा. राकेश कुमार सिंह ने कहा कि गली का निर्माण न होने से ऐसी स्थिति बनी है।
इनका कहना है..
मैं सुबह ही निकल गई थी। शहर के कई इलाकों की स्थिति देखी। नगर निगम के अधिकारियों को स्थिति के बारे में बता दिया गया है।
शकुंतला भारती, महापौर।
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शहर की बनावट के चलते ऐसी स्थिति होती है। बारिश के कुछ घंटे तक शहर में जलभराव हो जाता है। पंप चलने के बाद फिर सामान्य स्थिति हो जाती है।
संतोष कुमार शर्मा, नगर आयुक्त।