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सही प्रैक्टिस कर निखारें खेल प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : खेल अब शोहरत ही नहीं, पैसा कमाने का जरिया भी बन गया है, मगर सही जानकारी व

By Edited By: Published: Mon, 02 May 2016 01:32 AM (IST)Updated: Mon, 02 May 2016 01:32 AM (IST)

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : खेल अब शोहरत ही नहीं, पैसा कमाने का जरिया भी बन गया है, मगर सही जानकारी व प्रैक्टिस के अभाव में अच्छी प्रतिभाएं निखर नहीं पा रही हैं। कौन-सा खेल खेला जाए? किस खेल में हिस्सा लेने के फार्म कहां मिलेंगे? प्रैक्टिस के सही तरीके क्या हैं? इन्हीं सब पर रविवार को 'प्रश्न पहर' का आयोजन किया गया। क्षेत्रीय खेल अधिकारी आले हैदर ने खिलाड़ियों के सवालों के संतोषजनक जवाब तो दिए ही, प्रतिभा निखारने के टिप्स भी बताए।

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शूटिंग में कॅरियर कैसे बनाएं और गन कहां से लें?

- रवेंद्र, तालसपुर।

स्टेडियम में आकर सीनियर खिलाड़ियों के साथ प्रैक्टिस करें। प्रैक्टिस के लिए राइफल या पिस्टल खरीद लें, जो करीब छह-सात हजार रुपये की आएगी। गन दिल्ली से ही मिलेगी। कुछ एनआरआइ भी खिलाड़ियों की मदद करते हुए गन मुहैया करा देते हैं।

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भाई को शूटिंग में रुचि है, इसके लिए क्या करें?

- नीरज कुमार, अतरौली।

स्टेडियम में शूटिंग रेंज है। यहां सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक ट्रेनिंग का फार्म भरिए। 18 साल तक की उम्र वालों के लिए 100 रुपये और इससे ऊपर वालों के लिए 200 रुपये सालाना शुल्क है। एयर पिस्टल या एयर राइफल प्रैक्टिस के लिए ला सकते हैं। अपनी गन होना जरूरी है।

अभी सात किमी की दौड़ 14 मिनट में पूरी कर रहा हूं। सड़क पर दौड़ता हूं। और सुधार के लिए क्या करूं?

- आबिद अली, गौंडा रोड।

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आपका प्रदर्शन संतोषजनक है। सुधार के लिए सुबह-शाम 45 मिनट की नियमित लांग रनिंग जरूर करें। शाम को स्टेडियम के ट्रैक पर आएं। यहां वार्मअप, स्ट्रेचिंग व इनकंप्लीट रिकवरी का अभ्यास करें। आपके लिए मीजो साइकिल, माइक्रो साइकिल व मैक्रो साइकिल का शेड्यूल मैं तैयार कर दूंगा।

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स्पो‌र्ट्स में एडमिशन के फार्म कहां से लें? इसमें खर्च क्या आएगा?

- हबीब, महफूज नगर।

फरवरी में स्टेडियम से फार्म मिलते हैं। लखनऊ कॉलेज से भी फार्म ले सकते हैं। फरवरी के पहले सप्ताह में इसके ट्रायल होते हैं। रजिस्ट्रेशन फार्म 150 रुपये का है। दाखिला होने पर रहना, खाना, खेल की किट आदि खर्च सरकार वहन करती है। इसके लिए आयु 15 साल ही होनी चाहिए।

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सरकारी कर्मियों की जिलास्तर पर टीम क्यों नहीं बनती? आपस में खेलना चाहें तो नहीं खेल पाते हैं।

- फरमान अहमद, लाल डिग्गी।

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टीम बनाई जाती है। सिविल सर्विसेज की टीम बनती है। अगर टीम बनने से रह गई है तो मैं खेलने के इच्छुक सभी विभागों को सर्कुलर जारी करवा दूंगा। आवेदन करें और टीम बनने के बाद टूर्नामेंट भी कराया जाएगा।

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इन्होंने भी लिया परामर्श

आवास-विकास के धीरेंद्र कुमार, महफूज नगर के मुश्ताक अली, मनीषा, ईसनपुर के बनी सिंह, पाली रजापुर के आस मोहम्मद, सासनी गेट से दीपक कुमार, दुर्गा केमिकल से भूपेंद्र कुमार, सिविल लाइंस के एहसान, कैथल के बच्चू सिंह, अलीगढ़ से शैलेंद्र कुमार आदि।

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सीनियर करेंगे मदद

क्षेत्रीय खेल अधिकारी ने कहा कि जिन खिलाड़ियों के पास खुद की गन या राइफल नहीं है, वे स्टेडियम की शूटिंग रेंज पर आएं, रजिस्ट्रेशन कराएं। फिर सीनियर के साथ प्रैक्टिस करें। वह खुद भी सीनियर खिलाड़ियों से मदद कह देंगे।

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मिलेगी कुश्ती मैट

स्टेडियम में कुश्ती कोच व मैट न होने पर बताया कि कोच के लिए प्रक्रिया चल रही है। खिलाड़ियों को नई मैट मिलेगी। डीएम की ओर से जल्द ही कुश्ती मैट का इंतजाम कराया जा रहा है।

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जल्द मिलेंगे नये कोच

स्टेडियम में कई खेलों के कोच नहीं हैं। इसके लिए शासन स्तर पर कोचिंग कॉल की गई है। दिक्कत आ रही है कि कोच के लिए जरूरी अर्हता कोई पूरी नहीं कर पा रहा है। बातचीत चल रही है, जल्द ही खिलाड़ियों को कोच मिल जाएंगे।

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शूटिंग रेंज में इलेक्ट्रॉनिक टारगेट

आले हैदर ने बताया कि अभी खिलाड़ियों के लिए शूटिंग रेंज पर मैनुअल टारगेट लगाया गया है। जल्दी इलेक्ट्रॉनिक टारगेट की सुविधा मिलेगी। इस पर काम चल रहा है।

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स्टेरायड पाउडर से

बिगाड़ रहे सेहत

खिलाड़ियों को प्रैक्टिस व नियमित व्यायाम से अपनी शारीरिक क्षमता को बढ़ाना व दुरुस्त रखना चाहिए। जिम में व्यायाम करने या किसी भी खेल की प्रैक्टिस करने से पहले खिलाड़ी बाजार में मिलने वाले स्टेरायड पाउडर का प्रयोग करते हैं। ये पाउडर कुछ देर के लिए शारीरिक क्षमता बढ़ाता है, लेकिन शरीर के लिए बहुत हानिकारक है। खेल में डोपिंग स्वीकार्य नहीं है। पाउडर का प्रयोग कर खिलाड़ी शरीर के साथ कॅरियर का भी नुकसान करते हैं।


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