सब्र कीजिए, मिलेंगी निजी अस्पताल जैसी सुविधाएं
विनोद भारती, अलीगढ़ : पंडित दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय में निजी अस्पतालों की तर्ज पर स्व
विनोद भारती, अलीगढ़ :
पंडित दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय में निजी अस्पतालों की तर्ज पर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए अधिकारी एनएबीएच (नेशनल एक्रीडेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल) से मान्यता हासिल करने की कवायद में जुटे हैं, मगर यूपीएचएसएसपी (उत्तर प्रदेश हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथिंग प्रोजेक्ट) की सर्वे रिपोर्ट में मानकों पर खरा उतरने के लिए अभी 29 कमियों को दुरुस्त करना होगा। ये कमियां अन्य अस्पतालों से बेहद कम है। अगले माह यूपीएचएसएसपी की टीम पुन: चिकित्सालय पहुंचेंगी। मई में एनएबीएच की बैठक में इस फैसला हो सकता है।
ये है योजना
यूपीएचएसएसपी ने करीब डेढ़ साल पहले एनएबीएच से सूबे के ऐसे जिलास्तरीय अस्पतालों का मूल्यांकन कराया, जहां मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। एनएबीएच ने 156 अस्पतालों में सर्वे करने के बाद 23 अस्पतालों को इसके लिए उचित पाया। इनमें दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय भी है। एनएबीएच अस्पतालों को क्वालिटी कंट्रोल, मरीजों के अधिकार, मरीजों की देखभाल, मैनजमेंट ऑफ मेडिकेशन, इंफेक्शन कंट्रोल, फैसिलिटी ऑफ मैनेजमेंट एंड सेफ्टी समेत 179 बिंदुओं के आधार पर मान्यता देती है। यहां इनमें से 29 मिलीं।
बनेंगी कमेटियां
चिकित्सालय में कमियां दुरुस्त होने के बाद एनएबीएच के मानक पर 11 कमेटियों का गठन किया जाएगा। इनमें एथिक्स, फार्मेसी, इंफेक्शन कंट्रोल, स्टेरलाइजेशन, सेफ्टी, क्वालिटी एश्योरेंस, मैनेजिंग एश्योरेंस आदि शामिल हैं। ये कमेटिया अस्पताल की गुणवत्ता पर नजर रखती हैं। अस्पताल प्रशासन इन कमियों को गोपनीयता बताते हुए सार्वजनिक नहीं कर रहा है।
हॉस्पिटल मैनेजर की नियुक्ति
एनएबीएच के मानकों को पूरा करने व सुझाव देने के लिए यूपीएचएसएसपी ने चिकित्सालय में मैनेजर की तैनाती कर दी है।
29 में से चार कमियां ठीक कर ली गई हैं। बाकी भी जल्द ठीक हो जाएंगी। यदि एनएबीएच से मान्यता मिलती है तो यहां पर निजी अस्पतालों की तर्ज पर सुंिवधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
- डॉ. एमन तालिब, हॉस्पिटल मैनेजर।
एनएबीएच के तहत अस्पताल में मैन पावर के साथ ओपीडी के विस्तार से लेकर बीएचटी, पैथोलॉजिकल जाच के साथ क्लीनिंग एंड गार्डंनिंग सेवाएं प्राथमिकता पर संचालित होंगी।
- डॉ. याचना शर्मा, सीएमएस।