गे-सेक्स स्कैंडल पर बनी फिल्म से गरमाया एएमयू
जागरण संवाददता, अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर रहे श्रीनिवास रामचंद्र सिरास पर बनी
जागरण संवाददता, अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर रहे श्रीनिवास रामचंद्र सिरास पर बनी फिल्म 'अलीगढ़' 26 फरवरी को रिलीज होने जा रही है, लेकिन उससे पहले ही कैंपस गरमा गया है। फिल्म के ट्रेलर ने ही छात्रों में नाराजगी पैदा कर दी है। छात्रों ने 20 फरवरी को फिल्म के विरोध का एलान किया है।
छह साल पहले सुर्खियों में आया गे-सेक्स स्कैंडल अब बड़े पर्दे पर नजर आएगा। हंसल मेहता निर्देशित फिल्म अलीगढ़ 26 फरवरी को रिलीज हो रही है। फिल्म को लेकर हर कोई उत्सुक है। सोशल मीडिया व इंटरनेट पर सबसे अधिक फिल्म की चर्चा है। एएमयू के मॉडर्न इंडियन लैंग्वेज डिपार्टमेंट के अध्यक्ष रहे प्रो. सिरास का किस्सा 2010 का है। एक रिक्शा चालक से शारीरिक संबंध होने पर इंतजामिया ने उन्हें निलंबित कर दिया था। कैंपस से भी उन्हें बाहर कर दिया गया था। इसके बाद वह मैरिस रोड स्थित दुर्गाबाड़ी में किराये पर रहे। कुछ महीने बाद घर में ही उनका शव पाया गया। घटना उस वक्त हुई, जब वे रिटायरमेंट के करीब थे। कुछ मीडिया कर्मियों ने इसकी वीडियो भी तैयार कर ली थी।
विरोध के बोल
इस तरह की फिल्मों के लिए समाज में कोई जगह नहीं है। फिल्म से एएमयू की छवि को खराब करने की कोशिश की गई है। हम इसका विरोध करेंगे।
- फईम अख्तर, एएमयू छात्र।
एएमयू में इस तरह का माहौल नहीं है, जैसा फिल्म में दर्शाया गया है। गे को कोई बढ़ावा नहीं देगा। ये फिल्म छात्रों को भटकाने वाली होगी।
- आसिफ हफीज, एएमयू छात्र।
प्रो. सिरास के साथ जो हुआ, उसके लिए इंतजामिया व छात्रों को जिम्मेदार ठहराना गलत है। ऐसी फिल्मों को बढ़ावा नहीं देना चाहिए।
- मशकूर अली, एएमयू छात्र।
फिल्मों का मतलब समाज को सही राह दिखाना है। अब ऐसा नहीं हो रहा। प्रो. सिरास पर बनी फिल्म युवाओं को भटकाने वाली होगी। इसे स्वीकार नहीं करेंगे।
- मोहम्मद कामरान, एएमयू छात्र।