कृष्ण का वंशज बताने वालों का डीएनए टेस्ट हो : चौ. लक्ष्मीनरायन
अलीगढ़ : भाजपा के पूर्व मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायन ने कहा है कि प्रदेश में अपराधों की बाढ़ आई हुई है
अलीगढ़ : भाजपा के पूर्व मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायन ने कहा है कि प्रदेश में अपराधों की बाढ़ आई हुई है। अपराधियों को सत्ता के लोगों का संरक्षण हासिल है। सपा की तो बुनियाद ही अपराध पर टिकी है। चुनाव में जनता इसे ढहा देगी। कटाक्ष किया कि सत्ता में बैठे लोग खुद को कृष्ण का वंशज बताते हैं, इनका डीएनए टेस्ट कराना चाहिये ताकि असलियत पता लग सके।
भाजपा के 25 नवंबर से चल रहे धरने का छठा दिन भीड़ नहीं, बयानों से बड़ा बना। मथुरा के पूर्व मंत्री चौ. लक्ष्मीनरायन ने आरोप लगाया कि जितनी गायें 20 साल में नहीं कटीं, उतनी साढ़े तीन साल में कट गईं। हरियाणा बार्डर पर ऐसा कोई थाना नहीं, जहां 35-40 लाख रुपये महीना रिश्वत न आती हो। कहा, गौरव को तो जालिमों ने मारा, मथुरा में तो पुलिस ने ही एक युवक को मार डाला। सरकार का भाईचारा सिर्फ जाति व धर्म विशेष से है। मथुरा के 22 थानों में 17 यादव हैं। खुद हम तुष्टीकरण के मारे हैं। बेटा-भाई पर भी केस दर्ज हैं। पर, इनसे घबराने वाले नहीं हैं। जब सनातन धर्म को औरंगजेब नहीं मिटा पाया तो ये क्या बिगाड़ेंगे? पूर्व मंत्री रविकात गर्ग ने सपा नेताओं पर अपराधियों के संरक्षण का आरोप लगाया। कहा, सरकार की नीयत में खोट होने के कारण ही अपराध बढ़ रहे हैं।
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दूध पिया है तो यहां आकर धमकाओ : रामप्रताप
धरना संयोजक व मुख्य वक्ता रामप्रताप सिंह ने कहा कि आंदोलन की इतनी गूंज तो हुई कि मुख्यमंत्री पीड़ितों को बुलाने पर मजबूर हुए। दो दिसंबर को भी इंसाफ न मिला तो संघर्ष लंबा चलेगा। हजारों की भीड़ आएगी। उन्होंने पुलिस-प्रशासन को ललकारा कि पीठ पीछे गौरव के परिजनों को क्या धमकाते हो, ..दूध पिया है तो यहां आकर धमकाओ। उन्होंने ऐसे अफसरों की सूची बनाने को कहा, जो ¨हदुओं पर अत्याचार करते हैं। कल जब सरकार बनेगी तो यही तलवे चाटेंगे। कहा, 45 वर्गगज के मकान में गौरव के तीन परिवार रहते हैं। उसे 10 लाख मिले हैं। इखलाक को 45 लाख और चार फ्लैट? उन्होंने मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से मदद के लिए समान नीति बनाने की मांग की। धरने की अध्यक्षता क्षेत्रीय उपाध्यक्ष मीना कुमारी ने की। संचालन जिलाध्यक्ष चौ. देवराज सिंह ने किया।
धरने का समापन आज, आएंगे लक्ष्मीकांत
क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी डॉ. राजीव अग्रवाल ने बताया कि मंगलवार को प्रदेशाध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी मुख्य वक्ता होंगे। लखनऊ से वे कार से यहां पहुंचेंगे।
ये रहे मौजूद
सासद सतीश गौतम, मथुरा के पूर्व सासद चौ. तेजवीर सिंह, क्षेत्रीय महामंत्री ठा. भानुप्रताप सिंह, डॉ. देवेंद्र शर्मा, मुकेश मांची, डॉ. उमेश कुमारी, सत्या सिंह, पूर्व ब्लॉक प्रमुख शशि सिंह, खैर चेयरमैन पंकज पवार, सतेंद्र सिंह, अनूप प्रधान, लाला प्रधान, डॉ महेश, चौ. राजकुमार सिंह, ठा. ओम प्रकाश सिंह, जुगल पटेल, अजय पोईया, प्रदीप गोस्वामी, ठा. गोपाल सिंह, अनिल सेंगर, ठा. कुशलपाल सिंह, मानव महाजन, ठा. शल्यराज सिंह, विवेक सारस्वत, डॉ मानवेंद्र सिंह, कमलेश भीलवाड़ा, राम सिंह आर्य, अतर सिंह भीलवाड़ा आभा वाष्र्णेय, वैभव गौतम, अमित शर्मा, मनोज शर्मा, साहब सिंह राजपूत, राजकुमार शर्मा, केके गोस्वामी, उत्तम मुखर्जी, विनोद दिवाकर अख्तर पहलवान, चौ. नरेंद्र मालव, ओपी लाला, प्रमेंद्र जैन।
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पार्टी नहीं, पद के लिए
जोर लगा रहे नेता
भाजपा के अधिकांश स्थानीय नेता पार्टी नहीं, पद पाने के लिए जोर लगा रहे हैं। इसकी नजीर धरने में दिखी। सोमवार का दिन सबसे कमजोर रहा। मथुरा से 30 गाड़ियों व बसों में लोगों को लाने के दावे थे, आए सिर्फ चार कारों से ही। एक क्षेत्रीय पदाधिकारी फिर भी लंबी छोड़ते रहे कि 20 गाड़ियां जाम में फंसी हुई हैं। यह सुनकर एक स्थानीय नेता ने चुटकी ली कि अलीगढ़ बाईपास से ले आते। मथुरा के ही दूसरे नेता ने बताया कि जो चार गाड़ियां आनी थीं, वो नेताओं के साथ ही आ गईं। खैर विधानसभा के नेता भी समर्थक जुटाने में विफल रहे। जो सैकड़ों लोगों को लाने का दम भर रहे थे, वो भांडा फूट गया। मजबूरन सैकड़ों बिछी कुर्सियां उठवाकर रखवानी पड़ीं। धरना संयोजक रामप्रताप सिंह भी संगठन की खींचतान से दुखी नजर आए। वे बोले, मंगलवार को प्रदेशाध्यक्ष आ रहे हैं। कल दो-ढाई हजार लोग रहेंगे। सभी को लक्ष्य दे दिए हैं।
दरअसल, मंगलवार को भीड़ जुटाने का जिम्मा तो कोल विधानसभा व आगरा शहर पर है, लेकिन शहर से लेकर देहात तक के नेता प्रदेशाध्यक्ष के आगे अपना टेंपो हाई करने के लिए ताकत झोंक रहे हैं। इनमें मुख्य रूप से वही हैं, जो संगठन में पद या विधानसभा चुनाव में टिकट की कतार में हैं। ये नेता जत्था बनाकर शक्ति प्रदर्शन करेंगे। बता दें कि पार्टी 10 दिसंबर तक जिला व महानगर इकाई का गठन करने जा रही है।