खुद का आशियां छोड़ किराये का दफ्तर
गौरव दुबे, अलीगढ़ अलीगढ़ में बेसिक शिक्षा के वित्त विभाग के लिए शासन ने भवन आवंटित किया है, जो दिसंब
गौरव दुबे, अलीगढ़ अलीगढ़ में बेसिक शिक्षा के वित्त विभाग के लिए शासन ने भवन आवंटित किया है, जो दिसंबर 2013 को ही बेसिक शिक्षा के सुपुर्द कर दिया गया। उसके बाद भी लेखाधिकारी (एओ) जिला पंचायत स्थित किराये के भवन में काम कर रहे हैं। बीएसए दफ्तर से जिला पंचायत कार्यालय चार से पांच किलोमीटर की दूरी पर है। बीएसए दफ्तर से स्वीकृत किए गए वित्तीय मामलों में शिक्षक व कर्मचारियों को जिला पंचायत तक भागना पड़ता है। इसके विपरीत एओ बेसिक को ट्रेजरी ऑफिस बिल्कुल पास पड़ता है। शिक्षकों ने शिकायत भी की है कि एक दफ्तर से इतनी दूर वित्त विभाग का कार्यालय होना बिल्कुल गलत है। पिछले ढाई सालों से बीएसए दफ्तर में आवंटित हुए वित्त विभाग के चार कमरे धूल फांक रहे हैं। इतना ही नहीं अलग दफ्तर का किराया भी बेवजह चुकाया जा रहा है, जो जन-धन की सीधे तौर पर बर्बादी है। परेशान कर्मियों का कहना है कि ऐसा कौन सा लाभ है जिसके लिए एओ बीएसए दफ्तर से पांच किलोमीटर दूर बैठते हैं। पिछले साल कुछ बीएसए दफ्तर के कर्मियों ने तत्कालीन बीएसए के समक्ष मुद्दा उठाया भी था, लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात ही रहा।
कहां से आ रही ग्रांट
शासन की ओर से दो साल पहले बेसिक शिक्षा के लिए भवन आवंटित किया गया था। बेसिक शिक्षा से जुड़े सभी विभाग एक छत के नीचे हैं। ऐसे में यक्ष प्रश्न है कि अपनी मर्जी से जिला पंचायत के भवन में वित्त विभाग के कार्यालय के किराए की ग्रांट कहां से आ रही है। अगर ग्रांट अभी भी जारी है, तो ये शासन को गुमराह करने के भी साफ संकेत हैं।
क्या है शासन की योजना
शासनादेश के अनुसार बेसिक शिक्षा विभाग से संबंधित मिड डे मील, समेकित शिक्षा, कस्तूरबा बालिका विद्यालय, लिपिक कार्यालय, वित्त एवं लेखाधिकारी आदि तमाम विभाग एक साथ एक ही छत के नीचे हों। इसी के चलते शासन ने दो साल पहले सूतमिल एलमपुर स्थित भवन में बीएसए दफ्तर को स्थानांतरित किया था। लेकिन वित्त व लेखा विभाग अभी भी जिला पंचायत में स्थित है।
एक माह के कार्यकाल के दौरान चुनाव व शांति व्यवस्था बनाने की व्यस्तता के चलते इस ओर ध्यान ही नहीं गया। मंगलवार को ही इस संबंध में विस्तृत चर्चा करते हुए जानकारी ली जाएगी।
संजय शुक्ल, बीएसए, अलीगढ़