सराय मानसिंह में फिर चलीं गोलियां
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : सराय मानसिंह में बुधवार रात बच्चों के बीच हुई कहासुनी गुरुवार सुबह उग्र रू
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : सराय मानसिंह में बुधवार रात बच्चों के बीच हुई कहासुनी गुरुवार सुबह उग्र रूप धारण कर गई। दोनों तरफ से आधा घंटे पथराव-फाय¨रग हुई। कई लोग घायल हो गए। खबर मिलने पर पहुंची पुलिस को देखकर दोनों पक्ष घरों में छिप गए। रात में फिर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। पथराव-फाय¨रग हुई। गोली लगने से एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। तनाव को देखते हुए मौके पर पुलिस तैनात की गई है।
बुधवार शाम को नगला मान सिंह के रवि माहौर मां की दवा लेने चंद कदम दूर क्लीनिक पर गए। वहां वाल्मीकि समाज के कुछ युवक खडे़ थे। उन्होंने रवि को यह कहते हुए पीट दिया कि कबड्डी में बेईमानी करके हराया था। इसके बाद रात 11 बजे दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और पथराव किया। फाय¨रग भी हुई। पुलिस ने पहुंचकर मामला शांत कराया।
फिर फाय¨रग-पथराव
गुरुवार सुबह करीब 11 बजे दोनों पक्षों में फिर पथराव शुरू हो गया। फाय¨रग भी हुई तो लोग घरों में छिप गए। 30 मिनट तक हुए पथराव व फाय¨रग में कई लोग चोटिल हो गए। राधा माहौर को एक गोली छूते हुए निकल गई। रामश्री और माया जख्मी हो गई। वाल्मीकि समाज से भी कुछ लोग चोटिल हुए। सूचना पर कई थानों की पुलिस पहुंच गई। पुलिस को देखकर उपद्रवी घरों में छिप गए। महिलाएं ही पुलिस से जूझती नजर आई। पुलिस ने कारतूस के कई खोखे बरामद किए।
कई लोग हिरासत में
एसओ ऊदल सिंह के अनुसार पुलिस ने दोनों पक्षों से कई लोगों को हिरासत में लिया है। किसी पक्ष से कोई तहरीर नहीं मिली है। पुलिस अपनी तरफ से पथराव-फाय¨रग में मुकदमा दर्ज करेगी।
रात में भी भिड़ंत
रात करीब आठ बजे फिर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। फाय¨रग-पथराव हुआ। गोली लगने से वाल्मीकि पक्ष से रोहित घायल हो गया।
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बवाल करने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस उन्हें चिह्नित कर रही है।
- डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह, एसपी सिटी।
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एलआइयू इंस्पेक्टर
के सामने फाय¨रग
सराय मानसिंह में जब पथराव हुआ, तब एलआइयू के एक इंस्पेक्टर वहां मौजूद थे। उन्हें एक मकान की शरण लेनी पड़ी। रात में हुई घटना के बाद इलाके की टटोलने गुरुवार सुबह एलआइयू इंस्पेक्टर सराय मान सिंह पहुंच गए। पथराव होते ही उनकी खुफियागीरी फेल हो गई।
मंदिर आने का करते हैं विरोध
वाल्मीकि समाज की महिलाओं का कहना था कि बवाल की वजह बच्चों का विवाद नहीं है। उनका आरोप था कि माहौर समाज के लोग उन्हें मंदिर में पूजा करने से रोकते हैं, जबकि उसके निर्माण में सहयोग रहा था।