भइया तो चला गया, राखी किसे बांधेगी पूनम
जागरण संवाददाता, अलीगढ़: हर आंख में आंसू। परिवार के इकलौते चिराग के बुझ जाने का गम। कुछ इसी तरह का ह
जागरण संवाददाता, अलीगढ़: हर आंख में आंसू। परिवार के इकलौते चिराग के बुझ जाने का गम। कुछ इसी तरह का हृदय विदारक सीन था महानगर से सटी पंचशील कालोनी में उन दोनों परिवारों का जिनके बच्चों को गुरुवार की मनहूस सुबह छीन ले गई। गम इस कदर कि घरों में चूल्हे तक नहीं सुलगे। रोती बिलखती महिलाएं पूछ रही थीं कि भइया तो चला गया अब पूनम राखी किसे बांधेगी। ये सुनकर छोटी बहन ज्योति रोते हुए बेहोश हो गई और पूनम की आंखों में आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे।
डॉक्टर अशोक कुमार की चार संतान थीं जिसमें पूनम, विकास, आकाश और छोटी बहन ज्योति। भरे पूरे परिवार से मां श्यामवती खुश थी, मगर दो साल पहले इस घर में दुखों का पहाड़ टूटा और पीलिया की बीमारी से जूझ रहे विकास की मौत हो गई। अब पूनम और ज्योति के बीच इकलौता भाई विकास बचा था। दो दिन बाद रक्षाबंधन को लेकर पूनम और ज्योति उत्साहित थीं। टीआर कालेज से बीए कर रही पूनम इकलौते भाई विकास के लिए राखी भी खरीद कर ले आई थी। पूनम को क्या पता था कि गुरुवार का दिन मनहूस बनकर आएगा ।
..और ज्योति को संभाल रही पूनम
भाई विकास की डूबने की मौत की खबर के बाद बहन ज्योति की हालत ऐसी बिगड़ी कि उसे निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा। उसे संभालने के लिए पूनम पहुंच गई जिसकी आंख से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं।
आकाश की मां भी हुई बेहोश
बेटे आकाश की मौत की खबर मां शशि कुमारी को हुई तो वह बेहोश हो गई। उसे आसपास की महिलाएं संभाल रही थीं। आकाश तीन भाई बहनों में दूसरे नंबर का था। सबसे बड़ा हैप्पी, आकाश और निशा हैं। आकाश के पिता पेशे से राजमिस्त्री हैं।
मौत पर मामा के सवाल
सिपाही के बेसमेंट में बारिश के पानी में डूबने से दोनों बच्चों की मौत पर विकास के मामा महाराज सिंह ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि विकास और आकाश के कपड़े बेसमेंट से 500 मीटर दूर थे। वैसे जो भी बालक नहाने जाता है, तो पास ही कपडे़ रहते हैं। बेसमेंट में पानी सिर्फ तीन फुट था जबकि बच्चों की लंबाई चार फुट से भी ज्यादा है। ऐसे में बच्चे कैसे डूब सकते हैं। संभावना है कि किसी ने दोनों बच्चों को डुबो कर मार दिया हो। मुंह से झाग निकल रहे थे। इसकी पुलिस को गहराई से जांच करनी चाहिए।
दोनों बच्चों की मौत गहरे पानी में डूबने से हुई है। परिजनों की ओर से हत्या की बात संज्ञान में है। यदि कोई शिकायत आकर करेगा तो उसकी पुलिस गहराई से जांच कराएगी।
विनोद कुमार यादव, एसओ क्वार्सी।
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