उपनिबंधक कार्यालयों की होगी जांच
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : लक्ष्य के सापेक्ष राजस्व प्राप्ति में असफलता ने शासन तक की चूलें हिला दी ह
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : लक्ष्य के सापेक्ष राजस्व प्राप्ति में असफलता ने शासन तक की चूलें हिला दी हैं। अब सरकार ने अलीगढ़, आगरा, बुलंदशहर, गाजियाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर सहित प्रदेश के 25 जिलों के उपनिबंधक कार्यालयों की जांच का निर्णय लिया है। इसके लिए तीन-तीन अफसरों की टीम बना दी गई हैं। ये टीमें 17 अगस्त से काम शुरू करेंगी और स्टांप चोरी का ब्योरा जुटाएंगी।
28 जुलाई को लखनऊ में हुई बैठक में जो तस्वीर सामने आई, उससे प्रदेश सरकार सकते में हैं। चालू वित्तीय वर्ष के लिए 15 हजार करोड़ रुपये का लक्ष्य तय है। तीन माह में जून तक 2995.53 करोड़ की राजस्व प्राप्ति हुई है। जुलाई में 28 तारीख तक 912.77 करोड़ रुपये खाते में आए। इस राजस्व प्राप्ति पर प्रमुख सचिव (स्टांप व निबंधन) ने समीक्षा में असंतोष जताया और महत्वपूर्ण जिलों की जांच का फैसला लिया।
पांच दिन रहेगी टीम
अपर महानिरीक्षक निबंधन संगीता सिंह की ओर से जारी पत्र के अनुसार विभिन्न जिलों में टीम कम से कम पांच दिन रहेगी। संबंधित मंडल के उप महानिरीक्षक निबंधन से राय लेने के बाद निरीक्षण के लिए उप निबंधक कार्यालय का चयन किया जाएगा। इसके लिए भी मानक तय हैं। उन कार्यालयों का चयन किया जाएगा, जहां लक्ष्य के सापेक्ष प्राप्ति काफी कम है। नगरीय क्षेत्र/अर्द्धनगरीय क्षेत्र के समीप ऐसे ग्रामीण क्षेत्र जहां आवासीय गतिविधियों/टाउनशिप का विकास हो रहा है और इसमें दर सूची में प्रावधानित दरों के प्रयोग में विवेकाधिकार का प्रयोग संभव हो। समिति जांच कर 25 अगस्त तक रिपोर्ट शासन को देगी।
एआइजी स्टांप जाएंगे सहारनपुर
यहां के एआइजी स्टांप राजीव यादव सहारनपुर की जांच करेंगे। इनके साथ मुरादाबाद के सुनील कुमार सिंह व संभल के बंशीधर रहेंगे। अलीगढ़ की जांच के लिए गौतमबुद्ध नगर के सुरेश कुमार त्रिपाठी, बुलंदशहर के यादराम व शामली के एआइजी रामदयाल करेंगे। गाजियाबाद के गोवर्धन, गौतमबुद्धनगर के सुशील कुमार सिंह व सहारनपुर के राजेंद्र प्रसाद सिंह मेरठ की जांच करेंगे। मुजफ्फरनगर के शिवदत्त सिंह, हापुड़ के विजय कुमार तिवारी और शामली के अरविंद शर्मा बुलंदशहर की जांच करेंगे। लखनऊ-2 के सुनील कुमार मिश्र, उन्नाव के अरविंद कुमार ंिसह व औरैया के प्रेमदत्त मिश्र आगरा की जांच करने आएंगे। मथुरा में जांच की जिम्मेदारी कानपुर देहात के पूर्णमासी, खीरी के आनंद प्रकाश मिश्र और बहराइच के प्रमोद कुमार द्विवेदी को मिली है। एआइजी स्तर के तीन-तीन अफसरों को 25 जिलों की जांच में लगाया गया है।
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ये जिलें हैं शामिल
अलीगढ़, बुलंदशहर, गाजियाबाद, मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, अमरोहा, बरेली, शाहजहांपुर, आगरा, मथुरा, कानपुर, इटावा, लखनऊ, उन्नाव, हरदोई, झांसी, जालौन, गोरखपुर, बलिया, फैजाबाद, वाराणसी और इलाहाबाद।