एएमयू ने डॉ. कलाम को दी थी डीएससी की मानद उपाधि
अलीगढ़ : एएमयू में 18 जून 2008 को दीक्षांत समारोह में भाग लेने आए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम आजाद को इंतज
अलीगढ़ : एएमयू में 18 जून 2008 को दीक्षांत समारोह में भाग लेने आए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम आजाद को इंतजामिया ने डीएससी की मानद उपाधि से नवाजा था। डॉ. कलाम केनेडी हॉल में छात्र-छात्राओं से भी मुखातिब हुए। छात्रों को उन्होंने भारत के भविष्य और 2020 पर बात की थी। छात्रों से कहा था कि वे बड़े सपने देखें।
एएमयू पीआरओ डॉ. राहत अबरार बताते हैं कि दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बुलाने के लिए पूर्व राष्ट्रपति को निमंत्रण देने के लिए वे कुलपति रहे प्रो. पीके अब्दुल अजीज के साथ गए थे। कार्यक्रम 18 जून को था। इस डॉ. कलाम ने कहा था कि 'मैं चाहता हूं कि छात्रों से बात करूं इसके लिए मैं दो दिन के लिए एएमयू में आना चाहता हूं'। इसके चलते 17 जून को केनेडी हॉल में छात्रों के साथ उनका कार्यक्रम तय हुआ।
छात्रों को दिया था सफलता का मंत्र
केनेडी हॉल में डॉ. कलाम ने छात्रों को मेहनत करने, साहसी बनने व कुछ अलग सोचने का मंत्र दिया था। छात्रों को बताया कि ज्ञान से होकर ही हर सफलता का रास्ता गुजरता है। ज्ञान ही हमें महान बनाता है।
ब्लाइंड स्कूल को दिया था नया नाम
दीक्षांत समारोह में भाग लेने के बाद डॉ. कलाम एएमयू के ब्लाइंड स्कूल भी गए थे। उस समय स्कूल का नाम एमडी स्कूल फॉर ब्लाइंड था, इस उन्होंने आपत्ति जताई। उनके कहने पर भी इंतजामिया ने स्कूल का नम एमडी स्कूल ऑफ विज्युअली चैलेंज्ड किया था।