एएमयू में दिखाएंगे मुजफ्फरनगर दंगों पर फिल्म
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : मुजफ्फरनगर दंगों पर बनी डॉक्युमेंट्री फिल्म 'मुजफ्फरनगर बाकी है' का प्रदर्
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : मुजफ्फरनगर दंगों पर बनी डॉक्युमेंट्री फिल्म 'मुजफ्फरनगर बाकी है' का प्रदर्शन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में एक फरवरी को होगा। दो फरवरी को स्टुडेंट यूनियन हाल में 'मुजफ्फरनगर का वर्तमान परिदृश्य' विषय पर खुली चर्चा होगी। एएमयू छात्र संघ इसका आयोजन कर रहा है। छात्र संघ अध्यक्ष अब्दुल्ला अज्जाम ने कहा कि अलीग बिरादरी मुजफ्फरनगर दंगों से डरावने चेहरे को जानती है। 18 महीने बीतने के बावजूद दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई। उल्टे दंगों के एक आरोपी को एएमयू कोर्ट का सदस्य बना दिया गया।
छात्र संघ अध्यक्ष ने मुजफ्फरनगर दंगों के लिए सीधे-सीधे भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। आरोप लगाया कि दंगे के बाद हुए ध्रुवीकरण ने ही लोकसभा चुनाव का रुख बदल दिया। कैंप में ठिकाना बनाए हजारों मुस्लिम परिवारों को बेघर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि एएमयू छात्र संघ की जिम्मेदारी बनती है कि दंगे की घृणित राजनीति को दिखाए। इसी कारण फिल्म का प्रदर्शन किया जा रहा है। यहां पर बनी डाक्यूमेंट्री फिल्म को भाजपा सरकार ने यू-ट्यूब से हटवा दी, ताकि सच्चाई सामने न आ सके। उन्होंने फिल्म की स्क्रीनिंग और चर्चा में शामिल होने की सभी से अपील की है। यह स्क्रीनिंग शनिवार शाम छह बजे से केनेडी हॉल में होगी। मुजफ्फरनगर के मौजूदा सूरतेहाल पर स्टुडेंट यूनियन हॉल पर चर्चा दोपहर तीन बजे होगी।
इनसर्ट
छात्र संघ पर सवाल
एएमयू कैंपस में कुछ बेनामी पर्चे भी बांटे गए हैं। इसमें एएमयू छात्रों पर भावनाएं भड़काने का आरोप लगाया गया है। डॉक्यूमेंट्री को दिखाने का मकसद भी यही बताया गया है। पर्चे में अपील की गई है कि स्टूडेंट यहां पर पढ़ने आए हैं। वे भावनाएं भड़काने वाली हरकतों से दूर रहें। पर्चे में दावा किया गया है कि छात्र संघ नेता भी डाक्युमेंट्री को छात्र हितैषी नहीं मान रहे।
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