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नौकर ने लिखी थी डकैती की पटकथा

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वर्गीय सुरेंद्र सिंह चौहान के घर में डकैती की पटक

By Edited By: Published: Mon, 29 Dec 2014 01:58 AM (IST)Updated: Mon, 29 Dec 2014 04:48 AM (IST)
नौकर ने लिखी थी डकैती की पटकथा

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वर्गीय सुरेंद्र सिंह चौहान के घर में डकैती की पटकथा नौकर रह चुके अनिल कुमार ने 15 दिन पहले तैयार की थी। वह दूध देने के बहाने घर में घुसा। फिर पांच साथियों को इशारा कर बुला लिया और खुद बाहर हो गया। पूर्व मंत्री की पत्नी को कतई भरोसा नहीं था कि जिस अनिल को बेटे से बढ़कर पाला था, वह उनके घर डकैती पड़वाएगा। डकैती में नामजद अनिल को पूर्व मंत्री इतना प्यार करते थे कि शादी से लेकर कॉलेज में नौकरी तक लगवाई थी।

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वीर बहादुर सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में गृह राज्यमंत्री, जेल मंत्री व शिक्षा मंत्री रहे सुरेंद्र सिंह चौहान के कोई बेटा नहीं था। उन्होंने विजयगढ़ क्षेत्र के गांव गौलारा निवासी अनिल कुमार शर्मा को उस समय से बेटे की तरह रखा था, जब 10 साल का था। मंत्री की पत्नी मीना चौहान भी उससे बहुत प्यार करती थीं। मंत्री ने अनिल की शादी करने के बाद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर अकराबाद के राष्ट्रीय इंटर कॉलेज में नौकरी लगवाई थी। इसके बाद अनिल का सुरेंद्र सिंह चौहान के घर आना-जाना लगभग बंद सा हो गया था।

मीना चौहान ने बताया कि 15 दिन पहले अनिल अचानक दूध की बोतल लेकर उनके घर आया था और मम्मी कहकर उनके पैर छुए थे। अचानक उसे देख उन्होंने कहा था कि इतने दिन तक इस घर की याद नहीं आई। उस दिन अनिल काफी देर तक बैठा रहा और घर में इधर-उधर झांकता रहा। उन्होंने उसे टोकते हुए कहा भी था कि इधर-उधर क्या देख रहा है? यह घर पहले कभी देखा नहीं है क्या? इस पर अनिल ने कहा था कि वह बहुत दिन बाद आया है, इसलिए पुरानी यादें ताजा कर रहा है। मीना चौहान ने बताया कि वह तब घर में इसलिए आया था, ताकि ये जान जाए कि अलमारी की चाबियां कहां रहती हैं। पुलिस के अनुसार, अनिल की पत्नी ममता शर्मा गौलारा की प्रधान जैसे महत्वपूर्ण पद पर रह चुकी हैं।

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नौकरी से होगी छुट्टी तय

अनिल अकराबाद के राष्ट्रीय इंटर कॉलेज में चपरासी है। डकैती में नामजदगी के बाद अब उसकी नौकरी से छुट्टी होना तय है। सूत्रों का कहना है कि सबसे पहले उसे नौकरी से निलंबित किया जाएगा, फिर जेल जाने पर बर्खास्तगी तक हो सकती है।

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शाम को गांव में था लोकेशन

अनिल के बारे में पुलिस को पता चला है कि वह घटना के बाद दोपहर बाद क्षेत्र में एक शराब के ठेके पर शराब की बोतल खरीद रहा था। पुलिस ने उसके गांव गौलारा दबिश दी, मगर नहीं मिला। उसका मोबाइल भी फिलहाल बंद है। पुलिस के अनुसार, अनिल शराब पीने का आदी है और इन दिनों आर्थिक तंगी से गुजर रहा है। पता चला है कि जैसे ही उसे पुलिस के गांव में पहुंचने की भनक लगी, वह खिसक गया।

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बेटी कुछ समझ पाती, तब

तक भाग निकले डकैत

पूर्व मंत्री की बेटी एकता रविवार की सुबह ही इंदिरापुरम (गाजियाबाद) स्थित अपनी ससुराल से परीक्षा देने के लिए यहां आई। वह जैसे ही घर के दरवाजे पर पहुंची, तभी नकाबपोश बदमाश घर में से निकले। वह कुछ समझ पाती, तब तक बदमाश बाइकों पर सवार होकर भाग गए। एकता गाजियाबाद के एक स्कूल में शिक्षक हैं। रविवार सुबह वह यहां राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) देने आई थीं। परिजनों के मुताबिक, बदमाश घर में करीब 15-20 मिनट रुके।

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डकैती की मुकदमा लूट में दर्ज

घटना की सूचना मिलते ही पहुंचे इंस्पेक्टर सूर्यकांत द्विवेदी ने घटना की जानकारी ली। रिपोर्ट एकता चौहान ने अनिल व पांच अज्ञात बदमाशों के खिलाफ लिखाई है। पुलिस ने डकैती की रिपोर्ट लूट में दर्ज की है।

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चंडौस के थे पूर्व मंत्री,

हाथरस में है ससुराल

पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह चौहान चंडौस क्षेत्र के ऊमरी गांव के मूल निवासी थे। दशकों पहले यहां मथुरा नगर में आकर बस गए। उनकी ससुराल यानी मीना चौहान का मायका हाथरस की गली खाई में है। उनके भाई गिर्राज सिंह तोमर राशन वाले हैं। मीना चौहान की तीन शादीशुदा बेटियां मनीषा, एकता और निवेदिता हैं। पति के निधन के बाद से मीना चौहान मथुरा नगर स्थित आवास में एकाकी जीवन व्यतीत कर रही हैं।

निशाने पर सीनियर सिटीजन

बदमाशों के निशाने पर सीनियर सिटीजन आ गए हैं। पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह चौहान की पत्नी भी बाल-बाल बच गई। बदमाशों ने उनका गला घोंटने की कोशिश की। इसी साल में बरौला पुल के पास वृद्ध दंपती की हत्या कर दी गई थी। कनवरीगंज में एक वृद्धा को लूट के उद्देश्य से मार दिया गया था। आंकड़े गवाह हैं कि इस साल 14 वृद्ध बदमाशों के निशाने पर आए हैं।

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पब्लिक बोल

जब पूर्व मंत्री का घर ही सुरक्षित नहीं है, तब आम आदमी कैसे सुरक्षित रह पाएगा? वारदात ऐसी जगह हुई है, जहां घनी आबादी है। सपा सरकार में कोई सुरक्षित नहीं है। पूरे प्रदेश में जंगलराज कायम है।

- योगेश दीक्षित, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष

युवक कांग्रेस।

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लूट-हत्या व डकैती की घटनाएं आम हो गई हैं। रोजाना व्यापारी लुट रहे हैं। पुलिस का भय पूरी तरह से खत्म हो गया है। पूर्व मंत्री के घर में डकैती की घटना ने तो आम आदमी में दहशत पैदा कर दी है।

- ज्ञानचंद्र वाष्र्णेय, व्यापारी नेता।

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लूट की घटना में पूर्व मंत्री के घर नौकरी कर चुका युवक शामिल है। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। उसके घर दबिश भी दी गई, मगर फरार है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा। सीनियर सिटीजन की सुरक्षा के लिए जल्द ही प्लान तैयार किया जाएगा।

- जे. रविंद्र गौड़, एसएसपी।


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