कारोबारी लापता, अपहरण की आशंका
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : तीन दिन पहले घर से एटा तगादे के लिए निकले कारोबारी ज्ञानचंद्र मखीजा का कोई
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : तीन दिन पहले घर से एटा तगादे के लिए निकले कारोबारी ज्ञानचंद्र मखीजा का कोई अता-पता नहीं है। इससे परिवार के अलावा शहर के सैकड़ों वह लोग भी परेशान हैं, जिनकी उनके पास लाखों रुपये की कमेटी पड़ी थी।
बन्नादेवी क्षेत्र की नई बस्ती में रहने वाले 58 वर्षीय ज्ञानचंद्र माखीजा बरसों से कमेटी के कारोबार से जुड़े हैं। शहर के तमाम लोगों की लाखों रुपये की कमेटी उनके पास पड़ी है। 17 नवंबर की दोपहर 12:30 बजे वह पत्नी वंदना से ये कहकर घर से निकले कि एटा जा रहे हैं। वहां एक पार्टी पर पैसा है, जिसे लेकर वह शाम तक आ जाएंगे। मगर उन्होंने ये नहीं बताया कि एटा में कहां और किस पार्टी के पास जा रहे हैं। शाम सात बजे तक घर नहीं लौटे तो परिजनों की चिंता शुरू हो गई। उनके दो बेटों में बड़ा मनीष और छोटा पीयूष है। मनीष के अनुसार पापा का फोन शाम को मिलाया तो बंद था। 18 और 19 नवंबर को उन्हें संभावित स्थानों पर तलाश किया, मगर कोई पता नहीं चला। इस संबंध में थाना बन्नादेवी में मनीष की ओर से गुमशुदगी लिखा दी गई है। बेटे ने अपहरण की आशंका जताते हुए बताया कि वह एटा के लिए निकले थे, मगर मोबाइल फोन में अंतिम कॉल की लोकेशन मथुरा रिफाइनरी की आई है।
पहले थी चाय की दुकान
कारोबारी माखीजा के बारे में बताया गया है कि उनकी अब से 35 साल पहले ज्ञान टी स्टाल के नाम से सीमा टाकीज के पास चाय की दुकान थी। बाद में दुकान बंद कर वह पूरी तरह कमेटी के धंधे से जुड़ गए और खूब कमाई की।
करोड़ों डूबने की आशंका
माखीजा के बारे में उनसे जुड़े लोग बताते हैं कि वह कारोबार में काफी ईमानदार रहे। यही वजह रही कि मोनू इंटरप्राइजेज के नाम से कमेटी चलाने वाले माखीजा से काफी लोग जुड़ गए और लाखों का कारोबार हो गया। उनके गायब होने पर सभी के माथे पर चिंता की लकीरें हैं।
पापा तीन दिन से गायब हैं। अब अफवाह उड़ाई जा रही है कि कमेटी का लाखों रुपया उन पर था, इसलिए वह नहीं आ रहे। उनकी ईमानदारी के बारे में किसी से भी छिपा नहीं है। पुलिस तलाशने में लगी हुई है।
मनीष कुमार, कारोबारी का बेटा
नई बस्ती से कारोबारी तीन दिन से लापता है। पुलिस ने इस मामले में गुमशुदगी लिख ली है। जल्द ही इनके बारे में पुलिस पता लगाएगी।
- पंकज पांडेय, एसपी सिटी