दुनिया को गलत जानकारी दे रहे डॉ. अल्तवाइजरी
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के 62वें दीक्षांत समारोह में डीलिट की उ
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के 62वें दीक्षांत समारोह में डीलिट की उपाधि से नवाजे गए डॉ. अब्दुल अजीज ओथमान अल्तवाइजरी दुनिया के सामने एएमयू की गलत जानकारी पेश कर रहे हैं। मोरक्को के इस्लामिक एजुकेशनल एंड साइंटिफिक कल्चरल आर्गनाइजेशन (आइएसइएससीओ) के महानिदेशक व फेडरेशन ऑफ दि यूनिवर्सिटी ऑफ इस्लामिक वर्ल्ड के महासचिव डॉ. अल्तवाइजरी ने एक कार्यकम में एएमयू के चांसलर की उपस्थिति दिखाई है, जबकि एएमयू में चांसलर की तैनाती ही नहीं है।
डॉ. अल्तवाइजरी ने 17 अक्टूबर को अपनी साइट पर एक फोटो व जानकारी अपलोड की है। तस्वीर में वह एएमयू शिक्षक डॉ. राशिद शाज को प्रशस्ति पत्र देते दिख रहे हैं। डॉ. अल्तवाइजरी ने लिखा है कि आज डॉ. राशिद शाज को आइएसइएससीओ का अंबेसडर बनाए जाने संबंधी मेडल व प्रशस्ति पत्र दिया गया। डॉ. शाज को एएमयू में इस्लामिक स्टडीज का शिक्षक व विशेषज्ञ बताया है, जबकि डॉ. शाज इंग्लिश डिपार्टमेंट में तैनात हैं और वर्तमान में ब्रिज कोर्स के डायरेक्टर हैं। डॉ. शाज के साथ डॉ. अल्तवाइजरी की तस्वीर एएमयू की है। उन्हें इस सम्मान के लिए 23 जून को चुना गया था।
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डॉ. राशिद मामले पर सुनवाई 29 को
एएमयू कोर्ट मेंबर अनवरुद्दीन खान की तरफ से डॉ. राशिद शाज की नियुक्ति को लेकर हाईकोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई 29 नवंबर को होगी। कोर्ट मेंबर ने डॉ. शाज के अलावा कुलपति, रजिस्ट्रार, फाइनेंस आफिसर, एग्जिक्यूटिव काउंसिल व एचआरडी मिनिस्ट्री को पार्टी बनाया है।
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डॉ. राशिद शाज को अंबेसडर बनाए जाने संबंधी प्रशस्ति पत्र व मेडल देने का कार्यक्रम एएमयू में हुआ था। कार्यक्रम में चांसलर की मौजूदगी वाली खबर गलत है।
- डॉ. राहत अबरार, पीआरओ एएमयू