कातिलों का कराएगी लाई डिटेक्टर टेस्ट
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : टप्पल क्षेत्र में हुई भाजपा नेता ज्ञानी पंडित उर्फ ज्ञानचंद्र शर्मा में नामजद आरोपियों का पुलिस लाई डिटेक्टर टेस्ट कराएगी, ताकि हकीकत सामने आ सके। इस टेस्ट की सुविधा लखनऊ में है। हत्याकांड में नामजद जिला पंचायत अध्यक्ष सुधीर चौधरी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीम बनाई गई हैं। एक टीम को लखनऊ रवाना किया जाएगा, क्योंकि उनकी लोकेशन लखनऊ बताई जा रही है। सर्विलांस की मदद भी ली जा रही है।
फ्लैश बैक
जहानगढ़ निवासी टप्पल सहकारी समिति के सभापति ज्ञानचंद्र शर्मा की 25 अगस्त की रात 10 बजे गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद ही ज्ञानी के करीबी जावेद, शमशाद निवासीगण मेवगढ़ी व रामअवतार निवासी कंसेरा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।
रविवार को एसएसपी मोहित गुप्ता ने बताया था कि पूछताछ में जावेद ने स्वीकार किया है कि ज्ञानी की हत्या उसने शमशाद, रामअवतार के साथ योगेंद्र निवासी टप्पल व बल्ली जिकरपुर के सहयोग से की थी। जावेद ने यह भी बताया था कि ज्ञानी की हत्या के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष सुधीर चौधरी ने 20 लाख रुपये की सुपारी दी थी।
एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने सुधीर चौधरी के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य जुटाए हैं।
कद्दावर मंत्री से ली थी राय
हत्या में जावेद ने जब ये बताया कि ज्ञानी की हत्या जिला पंचायत अध्यक्ष सुधीर सिंह के कहने पर की गई है तो पुलिस अफसरों ने सरकार के एक कद्दावर मंत्री से संपर्क साधा। मंत्री ने निर्देश दिया कि जिला पंचायत अध्यक्ष का नाम प्रकाश में आया है तो शिकंजा कसा जाए। मंत्री का इशारा पाने के बाद ही पुलिस आगे बढ़ी।
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ज्ञानी के परिवार को खतरा
ज्ञानी के बड़े भाई अमर चंद्र का कहना है कि घटना के बाद पूरे परिवार को जान का खतरा है। जब यह पूछा गया कि परिवार को किससे खतरा है? जबाव दिया कि खतरा भी उन्हीं से होगा जो ज्ञानी के हत्यारे हैं।
जावेद के बयान के आधार पर जिला पंचायत अध्यक्ष का आरोपी बनाया गया है। पुलिस विवेचना के साथ ही साक्ष्य भी जुटा रही है। आरोपियों का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराया जाएगा। पुलिस विवेचना निष्पक्ष करेगी। यही भरोसा जिला पंचायत के सदस्यों को दिया है।
- सत्येंद्रवीर सिंह, डीआइजी