जिला पंचायत अध्यक्ष ने कराया था ज्ञानी का कत्ल
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : टप्पल क्षेत्र में भाजपा नेता ज्ञानी पंडित उर्फ ज्ञानचंद्र शर्मा की हत्या सियासी प्रतिद्वंद्विता के चलते जिला पंचायत अध्यक्ष सुधीर सिंह द्वारा कराए जाने का आरोप है। इस सिलसिले में दबोचे गए तीन अभियुक्तों के मुताबिक हत्या के लिए उन्हें सुधीर सिंह ने 20 लाख रुपये की सुपारी दी थी। पुलिस जिला पंचायत अध्यक्ष व दो अन्य शातिरों की तलाश करने का दावा कर रही हैं।
टप्पल क्षेत्र के जहानगढ़ निवासी भाजपा नेता व टप्पल सहकारी समिति के सभापति ज्ञानचंद्र शर्मा की 25 अगस्त की रात 10 बजे गोलियों से भूनकर उन्हीं के गांव में हत्या कर दी गई थी। गोली लगने से ज्ञानी का चालक राजकुमार भी घायल हुआ था।
रविवार को मीडिया से बातचीत में एसएसपी मोहित गुप्ता ने बताया कि हत्या के बाद ज्ञानी के दोस्त जावेद, शमशाद निवासीगण मेवगढ़ी (टप्पल) व अवतार उर्फ रामअवतार निवासी कंसेरा (टप्पल) को हिरासत में लिया गया था। पूछताछ में जावेद ने स्वीकार किया है कि उसने ज्ञानी की हत्या जिला पंचायत अध्यक्ष सुधीर सिंह के कहने पर योगेंद्र पुत्र देवेंद्र सिंह निवासी टप्पल, बल्ली पुत्र जुगेंद्र सिंह निवासी जिकरपुर (टप्पल) व दो अन्य लोगों के सहयोग से की थी। हत्या के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष से 20 लाख रुपये दिया जाना तय हुआ था।
बकौल एसएसपी, जावेद ने बताया कि जिला पंचायत अध्यक्ष ने ज्ञानी की हत्या इसलिए कराई, क्योंकि उसे ज्ञानी के बढ़ते सियासी रुतबे से खतरा था। अगर उसे मरवाया गया न होता तो वह चुनाव लड़ता और जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के लिए खतरा पैदा कर देता। पुलिस ने तीनों आरोपियों जावेद, शमशाद व अवतार उर्फ राम अवतार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।