बिजली चोरों से हार गया महकमा
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : शहर को मिलने वाली कुल बिजली में से 35 फीसद से अधिक लाइन लॉस में चली जाती है। ओवरलोडिंग के चलते हो रही ट्रिपिंग से भी दिक्कत झेलनी पड़ रही है।
शहर में बिजली चोरी किस कदर हो रही है, इसका अंदाजा इस बात से लाया जा सकता है कि दस लाख की आबादी वाले शहर में मात्र डेढ़ लाख कनेक्शन हैं। 20 से 25 प्रतिशत बिजली चोरी में जा रही है। बिजली चोरी के चलते लोड भी 8 करोड यूनिट से अधिक पहुंच गया है। सिस्टम वही पुराना है। ओवर लोडिंग के चलते आए दिन तार टूटने, फाल्ट की घटनाएं हो रही हैं।
बिजली चोरी पर अंकुश लगाने के लिए सपा सरकार ने एक जुलाई से अभियान की शुरुआत की थी। इसका असर भी नहीं दिखा है। अभियान उन्हीं इलाकों में चलाया गया है, जहां या तो पहले से कनेक्शन हैं या मीटर आदि की गड़बड़ी की शिकायतें मिल रही हैं। इन इलाकों में विभाग 500 से अधिक मीटर बदल चुका है। उन इलाकों में टीम नहीं गई हैं, जो बिजली चोरी के लिए कुख्यात हैं। इन इलाकों में नौरंगाबाद, जयगंज, ऊपरकोट, देहलीगेट, खैर रोड, शाहजमाल, भुजपुरा, जीवन गढ़, जमालपुर, क्वार्सी बाईपास आदि शामिल हैं।
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निर्धारित समय से बिजली कटौती दुख देने वाली होती है। इस पर किसी का ध्यान नहीं होता।
-राजीव शर्मा, गांधी नगर
बिजली चोरी विभाग व उपभोक्ता दोनों के लिए नुकसानदायक है। इस पर कार्रवाई होनी चाहिए।
- यतीश कुमार, हाथरस अड्डा
बिजली सप्लाई के सरकार ने वादे तो खूब किए, लेकिन हुआ कुछ नहीं। बिजली संकट से हर कोई वाकिफ है।
- श्याम वाष्णर्ेय, अचलताल।
बिजली संकट के चलते फसलों की सिंचाई नहीं मिल पा रही। देहात में बिजली चोरी पर रोक लगनी चाहिए।
- जुगनू, सराय हकीम
शहर के कई हिस्सों में अभियान रफ्तार नहीं पकड़ पाया था। एक अगस्त से शुरू किया जा रहा है। बिजली चोरों को बख्शा नहीं जाएगा।
- एनसी अग्रवाल, एसई सिटी