ऐसे सुंदर बनेगा अपना शहर
कार्यालय संवाददाता, अलीगढ़ : एएमयू के छात्रों ने शहर को इको फ्रेंडली बनाने की तैयारी की है। इसके लिए ऐसी योजना बनाई है जिसमें वेस्ट मैटीरियल का इस्तेमाल होगा जिसे आम तौर पर लोग कूड़े में फेंक देते हैं।
कुछ छात्रों ने 2009 में नेचर सरवर्स नाम की संस्था बनाई थी। इसका उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण है। संस्था के अध्यक्ष व आर्किटेक्ट के विद्यार्थी आलोक कुलश्रेष्ठ का कहना है कि शहर में जगह-जगह कोल्ड डि्रंक्स के ढक्कन, केन, कटे हुए टॉयर, बाइक की चेन जैसी चीजें फेंक दी जाती हैं। ऐसी तमाम बेकार चीजें प्रदूषण बढ़ाती हैं। उन्होंने अपने साथी विपुल पांडेय, दुर्गेश कुमार, वैभव सिंह, विकास पांडेय के साथ मिल कर प्लॉन तैयार किया। वेस्ट मैटीरियल एकत्र कर उससे बुक सेफ, फर्नीचर आदि बनाने शुरू कर दिए। साज-सज्जा के कई सामान भी बनाए।
संस्था के उपाध्यक्ष वैभव सिंह का कहना है कि अब तक यह काम छोटे पैमाने पर होता रहा जिससे घरों को सजाया जा सकता है। अब बड़े पैमाने पर वेस्ट मैटीरियल एकत्र करने से शहर में साफ सफाई रखी जा सकती है। साथ ही उससे आकर्षक सीट और डिजाइन तैयार कर पार्क आदि को खूबसूरत बनाया जा सकता है। घंटाघर पार्क शहर के बीच में है। पहले इसे ही सुंदर बनाने की योजना है।
गोवा की थीम
नेचर सरवर्स के सदस्य विकास पांडेय बताते हैं कि गोवा में ऐसे नजारे दिखाई दे जाते हैं। वहां वेस्ट मैटीरियल का इस्तेमाल कर कई जगह पार्क सुंदर बनाए गए हैं। वैसा ही प्रयोग यहां घंटाघर पार्क की सुंदरता बढ़ाने के लिए भी किया जा सकता है।
नगर आयुक्त ने की सराहना
शुक्रवार को नेचर सरवर्स की टीम ने नगर आयुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह से मुलाकात की और इको फ्रेंडली पार्क की योजना पेश की। नगर आयुक्त ने इसे सराहा। शैलेंद्र सिंह ने इन छात्रों से कहा कि कि प्रारूप बनाकर दे ताकि उस पर अनुमति ली जा सके।
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